Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
कोलकाता, 10 जून (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बाद शुक्रवार से ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है और उसी दिन से लगातार हिंसा हत्या और हंगामे की घटनाएं सामने आ रही हैं। अब यहां सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी और प्रशासन की नाकामी का आलम क्या है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इंडियन सेकुलर फ्रंट (आई एस एफ) के एक उम्मीदवार को नामांकन का फॉर्म देने वाले सरकारी अधिकारी को मारा-पीटा गया है। घटना शनिवार दोपहर के समय दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ दो नंबर बीडीओ ऑफिस में हुई है। सरकारी कोषाध्यक्ष विद्युत घोष को बुरी तरह से मारा पीटा गया है जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। उनको इतना मारा गया है कि उनकी नाक फट गई है, उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। पता चला है कि स्थानीय आईएसएस नेता साइम कादिर उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल करने के लिए गए थे। उन्हें नामांकन का फॉर्म विद्युत ने ही दिया था जिसके बाद उन्हें मारा-पीटा गया है।
बीडीओ सहित अन्य कर्मचारियों ने मारपीट की बात स्वीकार की है और यह भी बताया है कि प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी गई है। भांगड़ के तृणमूल प्रभारी शौकत मोल्ला ने कहा है कि जिसने इस वारदात को अंजाम दिया है निश्चित तौर पर पार्टी उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
बीडीओ कार्तिक चंद्र रॉय ने कहा कि यह घटना सच है कि हमारे दफ्तर में काम करने वाले कर्मचारी को बर्बर तरीके से मारा-पीटा गया है। हमलोगों ने शीर्ष अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी है। उसी के मुताबिक आवश्यक कार्रवाई होगी।
आईएसएफ उम्मीदवार कादिर ने कहा कि बंगाल में लोकतंत्र किस तरह से घायल है इसका अंदाजा इस घटना से लगाया जा सकता है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश/गंगा