अमृत सरोवर का निर्माण कार्य पूरा करने में गुरुग्राम प्रदेश में दूसरे स्थान पर
-डीसी निशांत कुमार यादव ने दी यह जानकारी गुरुग्राम, 10 जून (हि.स.)। आजादी के अमृत काल में जिला प्रशा
फोटो नंबर-04: अधिकारियों की बैठक लेते डीसी निशांत कुमार यादव।


-डीसी निशांत कुमार यादव ने दी यह जानकारी

गुरुग्राम, 10 जून (हि.स.)। आजादी के अमृत काल में जिला प्रशासन को मिशन अमृत सरोवर के तहत जल संरक्षण की दिशा में बड़ी सफलता मिली है। हरियाणा सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों के तहत समय से पूर्व अमृत सरोवर का निर्माण कार्य पूरा करने में गुरुग्राम प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। यह जानकारी डीसी निशांत कुमार यादव ने पंचायत विभाग, ग्राम सचिव सहित नगर निगम गुरुग्राम के अधिकारियों के साथ अमृत सरोवर योजना की समीक्षा बैठक में दी।

जिला में अमृत सरोवर योजना के तहत 80 अमृत सरोवर का लक्ष्य दिया गया था, जिसमें से 74 अमृत सरोवर का काम पूरा हो चुका है। बाकी बचे 6 अमृत सरोवरों का काम भी अगले 15 दिन में पूरे करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन द्वारा मिशन अमृत सरोवर को विकासात्मक गतिविधियों के तहत तीन चरणों मे बांटा गया, जिसमें पहले चरण में निर्धारित लक्ष्यों के तहत निर्माण कार्य 30 जून तक पूरा किया जाना है। योजना के दूसरे चरण यानी अमृत प्लस में पूरे हो चुके अमृत सरोवरों पर पौधारोपण, वॉल्कवे, अमृत सरोवर की चारदीवारी, वहां बैठने की व्यवस्था सहित सोलर लाइट व पशुओं के लिए घाट की व्यवस्था की जानी है।

डीसी ने बताया की दूसरे चरण के तहत निर्धारित कार्यों को पूरा करने के लिए 15 अगस्त अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। योजना के तीसरे चरण अमृत प्लस प्लस के तहत प्रत्येक अमृत सरोवर पर नोडल अधिकारी की नियुक्ति के साथ ही वहां यूजर गु्रप की पहचान भी की जाएगी।

डीसी ने कहा कि जिला में जल्द ही हरियाणा उदय के तहत जनजागरूकता व जनसहभागिता का अभियान चलाया जाएगा। ऐसे में सभी अमृत सरोवरों पर अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए वहां पौधारोपण करवाकर उनके रखरखाव की शपथ भी दिलवाई जाए। डीसी ने कहा कि योजना के तीनों चरणों की निरंतर मॉनिटरिंग के लिए सभी फोटो पोर्टल पर अपलोड की जाएंगी।

शमशान में मूलभूत सुविधाएं ना होने पर नपेंगे ग्राम सचिव

बैठक में डीसी निशांत कुमार यादव ने शिवधाम योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि यह योजना प्रदेश सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसके अंतर्गत शमशान घाट के जीर्णोद्वार, पानी की व्यवस्था, चारदीवारी आदि शामिल है। उन्होंने 31 अक्टूबर अंतिम तिथि निर्धारित करते हुए कहा निर्धारित समयावधि के बाद जिला के जिस भी गांव में शमशान घाट में ये सुविधाएं नदारद मिली तो संबंधित गांव के ग्राम सचिव को जिम्मेदारी तय करते हुए नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संजीव