रुद्रपुर (उधम सिंह नगर),10 जून (हि.स.)। सिख धर्म के सभी गुरुओं के संदेश समाज को सही दिशा प्रदान करते हैं इसलिए गुरुओं के बताए मार्ग पर चलकर उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारना हमारा पहला कर्तव्य है। यह बात केंद्रीय विश्व विद्यालय हिमाचल प्रदेश के पूर्व कुलपति प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ संपर्क विभाग के 'गौरवशाली सिख गुरु परम्परा एवं सप्त सिंधु का इतिहास' विषय पर सिटी क्लब में आयोजित विचार गोष्ठी में कही।
प्रो. अग्निहोत्री ने कहा कि सिख समाज के दस गुरुओं ने समाज को सद्कर्म करने, आपस में मिलजुल कर रहने, जुल्म व अत्याचार के विरुद्ध एकजुट होकर संघर्ष करने, जरूरतमंदों की मदद करने, सभी का सम्मान करने आदि संदेश दिए। उन्होंने कहा कि आज हरेक को व्यस्त दिनचर्या में से कुछ समय समाज सेवा के लिए भी निकलना चाहिए।
प्रो.अग्निहोत्री ने कहा कि सिख समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। समाज में गुरुओं द्वारा धर्म की रक्षा के लिए दी गई कुर्बानियों को आज भी याद किया जाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता नायक मनविंदर सिंह तथा संचालन बरीत सिंह एडवोकेट ने किया।
इस मौके पर डॉ. शैलेन्द्र प्रान्त प्रचारक , गजेंद्र सिंह संधू शासकीय अधिवक्ता उच्च न्यायलय नैनीताल, राम सिंह बेदी, गुरदीप सिंह गाबा, हरविंदर सिंह विर्क, भारत भूषण चुघ, बलजीत सिंह विर्क, अरविंदर सिंह मट्टू, प्रीत सिंह, सुरजीत सिंह ग्रोवर, उपकार सिंह, सोमपाल सिंह ,डॉ. मनदीप सिंह, डॉ. जसविंदर सिंह गिल, गुरमीत सिंह, मुख्तियार सिंह बलजीत सिंह गावा, किरण विर्क ,अजीत पाल सिंह आदि मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार/विजय आहूजा/रामानुज