मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अभ्यास वर्ग में देश की ज्वलंत समस्याओं पर हुई खुली चर्चा
भोपाल, 10 जून (हि.स.)। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच का चार दिवसीय अभ्यास वर्ग इन दिनों भोपाल में चल रहा है।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच अभ्यास वर्ग में जनसंख्या नियंत्रण समेत विभिन्न मुद्दों पर हो रही चर्चा


भोपाल, 10 जून (हि.स.)। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच का चार दिवसीय अभ्यास वर्ग इन दिनों भोपाल में चल रहा है। इसमें मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संस्थापक एवं संयोजक इंद्रेश कुमार के अलावा देशभर के पढ़े-लिखे मुस्लिम महिला और पुरुष अभ्यास शामिल हैं। इस अभ्यास वर्ग का शनिवार को तीसरा दिन है और इसमें जनसंख्या नियंत्रण समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।

राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के अभ्यास वर्ग का उद्देश्य राष्ट्रवादी मुस्लिम समुदाय समरस समाज के साथ जोड़ना और देश की मुख्यधारा में लाना है। इसमें शामिल मुस्लिम युवाओं का कहना है कि चंद नेता अपने नेतागिरी के चक्कर मे मुस्लिमों को भड़काते हैं। देश मे मुस्लिम युवाओं को भड़काने का काम चल रहा है। इसके अलावा अभ्यास वर्ग में महिलाओं को ओर ज्यादा शिक्षित करने पर जोर दिया गया। बताया गया कि जब महिलाएं शिक्षित होंगी तो जनसंख्या नियंत्रण हो सकेगा। महिलाओं पर पाबंदी को लेकर समाज को जागरूक करना है, वहीं गोरक्षा को लेकर भी बात हुई, जिसमें तय हुआ कि हिन्दू-मुस्लिमों के बीच खाई की साजिश को खत्म करना है।

इस अभ्यास वर्ग में इंद्रेश कुमार की मौजूदगी में देशभर के शिक्षित मुसलमान एक देश एक कानून को लेकर चर्चा कर रहे हैं। देश के जाने-माने बड़ी यूनिवर्सिटीज के प्रोफेसर अभ्यास वर्ग में मौजूद है। उनका कहना है कि आज देश में एक देश एक कानून होना बहुत जरूरी है। इससे शरीयत को कोई नुकसान नहीं है, सिर्फ राजनीतिक पार्टियां अपने वोट बैंक के लिए मुसलमानों को भड़काती हैं। अभ्यास वर्ग में पहुचे मुसलमानों का कहना है कि विदेशी फंड के सहारे पीएफआई और अन्य संगठन लव जिहाद का खेल खेल रहे है। जबरन धर्मान्तरण का कुचक्र चल रहा है। इस साजिश को खत्म करना है।

हेडगेवार जन्मजात राष्ट्रभक्त थे, संघ की निष्ठा पर सवाल बेमतलबः मंच

इससे पहले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अभ्यास वर्ग के दूसरे दिन भी तमाम जटिल विषयों पर चर्चा हुई और प्रस्ताव पारित किए गए। बैठक में कहा गया कि डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जन्मजात देशभक्त थे और राष्ट्रभक्ति संघ की मौलिक पहचान और निशानी है। डॉ. हेडगेवार या संघ की राष्ट्रवादिता पर कभी भी कोई संदेह या सवाल नहीं किया जा सकता। अभ्यास वर्ग के दूसरे दिन शिरकत कर रहे सभी मुस्लिम कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों ने जनसंख्या नियंत्रण विधेयक लाने समेत सभी प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित किया। अभ्यास वर्ग में जनसंख्या नियंत्रण विधेयक लाने, उस पर शिद्दत से अमल करने पर भी प्रस्ताव पारित हुआ। मुस्लिम युवाओं का क्या किरदार हो, इसे लेकर भी बहस हुई। शिक्षा के महत्व पर भी जोर दिया गया।

मंच ने जनसंख्या नियंत्रण पर जोर देते हुए शिक्षा और युवाओं के किरदार पर जोर देने का प्रस्ताव पारित किया। इस मौके पर मंच ने आत्ममंथन के दौरान खुद से यह सवाल भी पूछा कि आखिर लव जिहाद की आग में कब तक बेटियां जलेंगी? जहां तक जनसंख्या के बढ़ने का सवाल है, भारत की आबादी 140 करोड़ से भी ऊपर हो चुकी है। यह आश्चर्यजनक है कि भारत में विश्व की आबादी की कुल 17 प्रतिशत जनसंख्या रहती है, जबकि संसाधनों के मामले में हमारे पास दुनिया के सिर्फ 6 प्रतिशत संसाधन ही हैं।

मुस्लिम आबादी की शिक्षा की स्थिति को लेकर भी अभ्यास वर्ग में गहरी चिंता व्यक्त की गई। भारत में मुस्लिम ग्रेजुएट की तादाद 3 प्रतिशत से भी कम है। स्कूल ड्रॉप आउट की दर भी मुसलमानों में सबसे ज्यादा है। तालीम की कमी की वजह से तहजीब और तरक्की में भी कमी आती है। रोजगार नहीं होते हैं। दूसरी तरफ बढ़ती जनसंख्या के कारण रोजगार और दूसरे संसाधनों की भी कमी रहती है।

अभ्यास वर्ग में शामिल हुए प्रदेश के गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने भी बड़े धैर्य के साथ लोगों की बातें सुनीं और खुले दिल से मंच की तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह एक राष्ट्रवादी संगठन है और राष्ट्रवाद सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि, मैं रसखान और रहीम के भक्त हूं, उनको पूजता भी हूं... लेकिन समस्या वैसे लोगों से है जो रहते खाते तो हिंदुस्थान का हैं लेकिन गाते पाकिस्तान का हैं।

इस दौरान संघ संपर्क प्रमुख राम लाल ने गंभीरता से सभी की बातें सुनी और मंच की तारीफ करते हुए एक सफल संगठन की बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि गंभीरता और परिपक्वता समय के साथ साथ आती है। रामलाल ने कैफ़ी आज़मी के एक शेर से अपनी बात शुरू की। उन्होंने कहा, बस्ती में अपने हिंदू मुसलमान तो बस गए, इंसान की शक्ल देखने को हम तरस गए। उन्होंने कहा कि आज कि तारीख में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच इतना बड़ा हो चुका है कि मैं समझता हूं कि देश में हिंदू मुसलमान बनाने के तो बहुत काम होते हैं, लेकिन यह मंच सिर्फ इंसान बनाने का काम करता है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/जितेंद्र