(अपडेट) राष्ट्रपति मुर्मू के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन
नई दिल्ली, 25 मई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में गुरुवार शाम राजभवन रांची में आयोजि
राष्ट्रपति मुर्मू के सम्मान में कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन


नई दिल्ली, 25 मई (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सम्मान में गुरुवार शाम राजभवन रांची में आयोजित सम्मान कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राष्ट्रपति महोदया का धरती आबा भगवान बिरसा की पावन भूमि पर अभिनंदन और जोहार करते हैं। आज हम सभी के बीच देश की राष्ट्रपति महोदया उपस्थित हुई हैं। राष्ट्रपति महोदया का तीन दिवसीय दौरे पर झारखंड आगमन हुआ है। तीन दिवसीय कार्यक्रम के बीच कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में इनकी उपस्थिति रही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति महोदया ने झारखंड के नए उच्च न्यायालय भवन का भी उद्घाटन किया। राष्ट्रपति महोदया बाबा नगरी देवघर से होते हुए खूंटी तक पहुंचीं। इस दौरान हम लोग भी इनके साथ रहे। राष्ट्रपति महोदया ने आम जनों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं को सुना तथा समझा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजभवन में भी राष्ट्रपति महोदया ने देश के सबसे दुर्गम इलाके में रहने वाले आदिम जनजाति समुदाय की समस्याओं को सुना-समझा। राष्ट्रपति महोदया के साथ इतने घंटे बिताने के बाद भी यह एहसास नहीं हुआ कि हम देश की राष्ट्रपति के साथ हैं बल्कि यह एहसास हुआ कि हम अपने अभिभावक एवं मार्गदर्शक के साथ समय व्यतीत कर रहे हैं। राष्ट्रपति महोदया का अचानक गाड़ी से उतर कर महिलाओं के बीच जाना उन्हें तमाम संघर्षों के बीच आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना एक अपनत्व का बोध दिलाता है। निश्चित रूप से राष्ट्रपति महोदया का छह वर्ष झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्यकाल एक अभिभावक और मार्गदर्शक का रहा है। झारखंड के राज्यपाल के रूप में इनका कार्यकाल राज्य वासियों के लिए सदैव यादगार रहेगा।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि राष्ट्रपति महोदया के अभिनंदन में मैं क्या कहूं इन्होंने अभी-अभी कहा कि मैं ओडिशा से हूं लेकिन मेरा झारखंड से गहरा संबंध है। आज हम लोगों के लिए गर्व की बात है कि आप देश के सर्वोच्च पद को सुशोभित कर रही हैं। आप एक मार्गदर्शक के रूप में जो संदेश देते हैं उसका अनुसरण हम सभी लोग करेंगे। हमारी सरकार आपकी सोच के अनुरूप दबे-कुचले लोग जो चुनौतियों का सामना कर रहे हैं उन्हें आगे बढ़ाने का कार्य करेगी। आप हमेशा हमारे बीच एक मार्गदर्शक के रूप में रहेंगी। आपकी सोच के अनुरूप ही राज्य में विकास को हम गति देने का काम करेंगे। हमारा प्रयास है कि विकास की राह में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक सरकार की योजना के साथ-साथ सरकार की नजरें भी पहुंचे। राज्य की सवा तीन करोड़ जनता की ओर से मैं आपका हार्दिक अभिनंदन करता हूं।

हिन्दुस्थान समाचार/वंदना/आकाश