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कानपुर (कान्हापुर), 02 मई (हि.स.)। बढ़ती वैश्विक सस्टेनेबिलिटी संबंधी चिंताए निर्माण उद्योग को ऊर्जा कुशल और कम कार्बन उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं। इसकी तात्कालिकता ने पर्यावरण प्रबंधन और टिकाऊ परामर्श को बहुत अधिक मांग वाले डोमेन के रूप में विकसित करने में मदद की है। ई-मास्टर्स डिग्री से सस्टेनेबिलिटी के क्षेत्र में परिपक्वता आएगी। यह जानकारी मंगलवार को आईआईटी कानपुर के मीडिया प्रभारी गिरीश पन्त ने दी।
गिरीश पन्त ने बताया कि भारत सरकार सब्सिडी प्रदान करके ग्रीन-रेटेड इमारतों को बढ़ावा दे रही है, जिससे पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि दर हुई है। इस वर्ष, भारत 112 मिलियन वर्ग फुट (10.4 वर्ग मीटर) से अधिक कुल 323 परियोजनाओं के साथ, एलईईडी-प्रमाणित भवनों की रेटिंग में दूसरे स्थान पर आ गया। ग्रीन कंस्ट्रक्शन, प्रोजेक्ट प्लानिंग और रिस्क मैनेजमेंट में कुशल पेशेवरों की मांग में यह वृद्धि भारत में फ्यूचर-फॉरवर्ड कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री के विकास को दर्शाती है।
निर्माण उद्योग में परियोजना प्रबंधकों, निर्माण प्रबंधकों और सस्टेनेबिलिटी सलाहकारों के रूप में करियर के लिए पेशेवरों को तैयार करने के लिए, आईआईटी कानपुर सतत निर्माण प्रथाओं और परियोजना प्रबंधन में एक ई-मास्टर्स डिग्री प्रोग्राम प्रदान करता है। यह व्यापक कार्यक्रम पेशेवरों को स्थायी निर्माण परियोजनाओं के निर्माण और प्रबंधन में विशेषज्ञता हासिल करने में मदद करता है। यह पर्यावरण प्रबंधन, कानूनी और नियामक ढांचे और सस्टेनेबिलिटी परामर्श को भी पूरा करता है। इस अनूठे कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षार्थी ग्रीन बिल्डिंग मटेरियल्स, ऊर्जा-कुशल डिजाइन, नवीकरणीय ऊर्जा प्रणाली, परियोजना नियोजन, समय-निर्धारण, बजट और जोखिम प्रबंधन की गहन समझ प्राप्त करते है।
एक से तीन वर्ष के अन्दर ई-मास्टर्स डिग्री पूरा करने की समय सीमा
उन्होंने बताया कि 1-3 वर्षों के भीतर ई-मास्टर्स डिग्री कार्यक्रमों को पूरा करने की समयसीमा, इसे कामकाजी पेशेवरों के लिए एक अनूठा और पसंदीदा विकल्प बनाती है। इसके अलावा, इन कार्यक्रमों में चयन के लिए GATE स्कोर की आवश्यकता नहीं होती है। आईआईटी कानपुर में विश्वस्तरीय फैकल्टी और अत्याधुनिक अनुसंधान के विशेषज्ञ 60-क्रेडिट, 12-मॉड्यूल उद्योग-केंद्रित पाठ्यक्रम पढ़ाते हैं। ये कोर्स क्रेडिट ट्रांसफर सुविधा के साथ भी आते हैं, जहां आईआईटी कानपुर में उच्च शिक्षा (एमटेक व पीएचडी) के लिए 60 क्रेडिट तक की छूट ट्रांसफर की जा सकती है। सेल्फ-लर्निंग सुविधा के साथ सप्ताहांत-केवल लाइव इंटरएक्टिव कक्षाएं इस प्रोग्राम का अतिरिक्त बोनस हैं।
प्रोग्राम का इमर्सिव लर्निंग फॉर्मेट पेशेवरों को आईआईटी कानपुर प्लेसमेंट सेल, इनक्यूबेशन सेल और पूर्व छात्रों के समूह तक पहुंच प्रदान करता है, जिससे सफल करियर में उन्नति और नेटवर्किंग अनुभव प्राप्त होता है। प्रतिभागियों को अपने साथियों और प्रसिद्ध फैकल्टी के साथ बातचीत करने के लिए आईआईटी कानपुर परिसर का दौरा करने का भी मौका मिलता है। इन कार्यक्रमों के लिए साइन अप करने वाले पेशेवर उज्जवल भविष्य के लिए अतिरिक्त बढ़त हासिल करते हुए बाकी की तुलना में अपने कार्यक्षेत्र में आगे रहेंगे। जुलाई 2023 बैच के लिए आवेदन 12 मई, 2023 तक खुले रहेंगे।
कार्यक्रमों के बारे में अधिक जानने और आवेदन करने के लिए यहां क्लिक करें:
https://emasters.iitk.ac.in/course/masters-in-sustainable-construction-and-management.
हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/आकाश