कांग्रेस की आंधी में दलीय एवं निर्दलीय अपना घर भी नहीं बचा सके
- रनर महेश गुप्ता अपने वार्ड में रहे विजेता हमीरपुर, 14 मई (हि.स.)। कांग्रेस से निर्वाचित अध्यक्ष और
कांग्रेस की आंधी में दलीय एवं निर्दलीय अपना घर भी नहीं बचा सके


- रनर महेश गुप्ता अपने वार्ड में रहे विजेता

हमीरपुर, 14 मई (हि.स.)। कांग्रेस से निर्वाचित अध्यक्ष और रनर रहे सुमेरपुर व्यापार मंडल अध्यक्ष के अलावा किसी भी दलीय अथवा निर्दलीय अपने वार्ड में एकतरफा जीत नहीं हासिल कर सके। सभी को कांग्रेस उम्मीदवार के आगे अपने ही वार्ड में हार का सामना करना पड़ा।

कांग्रेस से टिकट हासिल करके अध्यक्ष पद पर जीतने वाले धीरेंद्र शिवहरे धीरू कस्बे के वार्ड 16 के निवासी हैं। इन्होंने अपने सुमेरपुर वार्ड में किसी भी अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को अपने करीब भटकने नहीं दिया। वार्ड 16 में धीरू ने 685 मत बटोरे। ऐसा ही रनर रहे वार्ड 13 के निवासी महेश गुप्ता दीपू ने किया। इनको अपने वार्ड में 376 मत मिले। इसके अलावा कोई भी दलीय व निर्दलीय उम्मीदवार अपने वार्ड में गुल नहीं खिला सके। सपा उम्मीदवार सुमेरपुर कस्बे के वार्ड संख्या पांच बसंत नगर में रहते हैं। यहां पर सपा उम्मीदवार को महज 205 मत प्राप्त हुए। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी प्रथम तथा महेश गुप्ता दीपू दूसरे स्थान पर वोट हासिल कर ले गए। बसपा उम्मीदवार जयकरण सिंह सुमेरपुर कस्बे के वार्ड संख्या 10 के निवास करते हैं।

यहां पर उन्होंने 297 मत प्राप्त किए और कांग्रेसी उम्मीदवार के सामने हार बैठे। भाजपा के सिद्धार्थ सिंह वार्ड संख्या 11 में रहते हैं। इस वार्ड से भाजपा को महज 127 मत मिले हैं। जबकि इस वार्ड में भाजपा के परंपरागत मतों की भरमार है। पीजेपी उम्मीदवार सीताराम वर्मा ने 1720 मत पाए और अपने वार्ड संख्या में कांग्रेस उम्मीदवार के सामने बुरी तरह से हार गए। सीताराम को यहां महज 324 मतों से संतोष करना पड़ा। निर्दलीय मैदान में उतरे राहुल पालीवाल ने कस्बे से 1800 मत बटोरे। लेकिन अपने वार्ड संख्या 12 में महज 424 मत ही पा सकें है। निर्दलीय महेश भदौरिया कस्बे के सात नंबर वार्ड के निवासी हैं। इनको अपने वार्ड में महज 330 मत मिले हैं। सपा के बागी मैदान में उतरे वीरेंद्र गुप्ता छुट्टन वार्ड 14 के निवासी हैं। वार्ड के लोगों ने इनको बुरी तरह से नकार दिया।

उनको महज 136 मत प्राप्त हो सके। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार 253 मत बटोर ले गए। इस तरह कांग्रेस से जीत हासिल करने वाले धीरेंद्र शिवहरे और रनर रहे महेश गुप्ता दीपू अपना वार्ड फतेह करने में कामयाब रहे। बाकी दलीय एवं निर्दलीय मैदान में उतरे उम्मीदवार कांग्रेस की आंधी के सामने अपना किला भी नहीं बचा सके। यह कस्बे में चर्चा का विषय बना हुआ है।

हिन्दुस्थान समाचार/पंकज//बृजनंदन