जींद: जिला कारागार में शुरू हुआ रेडियो स्टेशन, रोजाना तीन घंटे होगा प्रसारण
जींद, 14 अप्रैल (हि.स.)। जिला कारागार में जेल रेडियो स्टेशन को बंदियों के लिए पूर्ण रूप से चालू कर द
जिला कारागार में स्थापित किया गया जिला जेल रेडियो।


जींद, 14 अप्रैल (हि.स.)। जिला कारागार में जेल रेडियो स्टेशन को बंदियों के लिए पूर्ण रूप से चालू कर दिया गया है। जिला कारागार में डा. वर्तिका नंदा के सहयोग से जेल के बंदियों के लिए जेल रेडियो की शुरुआत की।जेल रेडियो का मकसद बंदियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना, रेडियो स्किल से जोडऩा, उनमें अवसाद की कमी लाना और उनमें सकारात्मक सोच विकसित करना है।

डा. वर्तिका नंदा ने समय-समय पर जेल के बंदियों का ओडिशन लिया। बाद में सात पुरुष बंदियों और चार महिला बंदियों का चयन किया गया। इसके बाद इन बंदियों को रेडियो जोकी के तौर पर प्रशिक्षित किया गया। डा. वर्तिका नंदा ने बताया कि अब महिला बंदी भी रेडियो जोकी बनेंगी और अपने अनुभव साझा करेगी। वे प्रेरक कहानियां भी सुनाएंगी। महिला बंदी और उनके बच्चे भी इन कार्यक्रमों में हिस्सा ले सकेंगे। बंदियों को राष्ट्रीय और सामाजिक मुद्दों पर जागरूक करने पर भी जोर होगा। देश की कला संस्कृति को बढ़ावा देने के कार्यक्रम भी नियमित तौर पर बनाए जाएंगे।

यह बंदी अब तिनका-तिनका जेल रेडियो का खास हिस्सा बनेंगे ताकि उनकी आवाज दुनिया के दूसरे देश बी सुन सकें। यह देश का इकलौता ब्रोडकास्ट है जो जेल सुधार के सिए समर्पित हैं। हरियाणा के लोकगीत इस जेल रेडियो पर खास तौर से लोकप्रिय हैं। जेल में अन्य बंदी भी पर्ची के माध्यम से अपनी फरमाइश कर अपनी पंसद के गाने भी सुन सकेंगें। अब जेल में एक लेटर बॉक्स भी स्थापित किया जा रहा है।

जेल रेडियो के स्टूडियो को आज बंदियों के लिए बनाए पोस्टर्स से सजाया गया था। अधीक्षक जेल संजीव कुमार ने डॉ. वर्तिका नंदा का जिला जेल जींद पर पहुंचने पर स्वागत किया। उन्होंने बताया कि हरियाणा जेल रेडियो की संकल्पना डॉ. वर्तिका नंदा ने की है। वर्ष 2019 में तिनका-तिनका फाउंडेशन ने जिला जेल आगरा में जेल रेडियो स्थापित किया गया था। हरियाणा जेल रेडियो उन्हीं की संकल्पना पर आधारित है, जिसके लिए जेल विभाग की तरफ से उनका आभार भी व्यक्त किया। हरियाणा के जेल मंत्री रंजीत सिंह ने 16 जनवरी 2021 को पानीपत में राज्य के पहले जेल रेडियो का उद्घाटन किया था। हरियाणा में जेल रेडियो को तीन चरणों में शुरू किया गया है। पहले चरण में तीन जेलें शामिल थी। जिसमें जिला जेल पानीपत, जिला जेल फरीदाबाद और केंद्रीय जेल अंबाला।

दूसरे चरण में जिला जेल करनाल, जिला जेल रोहतक, जिला जेल गुरुग्राम और केंद्रीय जेल हिसार (1) शामिल हैं। तीसरे चरण में पांच जेलों का चयन किया गया। जिनमें जिला जेल सिरसा, सोनीपत, जींद, झज्जर और यमुनानगर हैं। जेल अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि जींद जेल रेडियो अब हर रोज तीन घंटे का प्रसारण करेगा। इसमें सात अलग-अलग तरह के कार्यक्रम होंगे। इनमें शिक्षा और संगीत से जुड़े कार्यक्रमों को विशेष अहमियत दी जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव