यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी पर 24 घंटे रहने का विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे रोहताश खिलेरी
योगगुरु स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण का दिया तिरंगा लहराकर बनाएंगे विश्व रिकॉर्ड चंडीगढ़, 26 मार
योग गुरू स्वामी रामदेव रोहताश को रवाना करते हुए 


योगगुरु स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण का दिया तिरंगा लहराकर बनाएंगे विश्व रिकॉर्ड

चंडीगढ़, 26 मार्च (हि.स.)। देश के जाने माने पर्वतारोही रोहताश खिलेरी यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस पर 24 घंटे रहने का विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे। हरियाणा के हिसार जिले के गांव मलापुर में किसान परिवार में जन्मे पर्वतारोही रोहताश खिलेरी बिश्नोई अपने अगले मिशन की तैयारी रहे हैं।

पर्वतारोही रोहताश खिलेरी इस अभियान के लिए 29 मार्च को रवाना होंगे। इसके लिए शनिवार को योगगुरु बाबा रामदेव व पतंजलि आयुर्वेद के अध्यक्ष आचार्य बालकृष्ण, डॉ जयदीप आर्य ने उन्हें राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा प्रदान किया। पर्वतारोही रोहताश खिलेरी इस मिशन में 'करें योग-रहें निरोग' व स्वदेशी स्वावलंबन और स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने का संदेश देंगे।

रोहताश ने इसके पहले सर्दी और गर्मी के सीजन में यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस को फतह कर पहले भारतीय पर्वतारोही का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। वह तब भी यहां 24 घन्टे रुकने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना चाहते थे, पर रोहताश के साथ गए गाइड की हालत खराब होने की वजह से सम्भव नहीं हो पाया था। रोहताश ने बताया कि यह वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए मैंने बहुत तैयारी की है और खुद को पिछले कुछ महीनों में इस प्रकार ढाला है कि मैं वहां की परिस्थितियों का सामना कर सकूं।

हाल ही में उनके नाम सबसे लंबे समय तक माउंट किलिमंजारो पर रहने का इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज हुआ है। वह इससे पहले भी 23 जुलाई, 2018 और 21 मार्च, 2020 को माउंट किलिमंजारो पर चढ़ चुके हैं। रोहताश ने 2014 में नेशनल ताइक्वांडो चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर स्पोर्ट्स में अपने करियर की शुरुआत की थी। वह किलिमंजारो पहाड़ की चोटी पर 24 घंटे रहने वाले दुनिया के पहले पर्वतारोही हैं। साथ ही वह रूस के सर्वोच्च पर्वत शिखर माउंट एल्ब्रस पर 4 सितंबर, 2018 और 2 फरवरी, 2020 को सर्दी और गर्मी के मौसम में पहुंचने वाले पहले भारतीय भी हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव