Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
जयपुर, 26 मार्च (हि.स.)। जयपुर ग्रामीण जिले के जमवारामगढ थाना इलाके़ में रविवार को हिंदू रणभेरी रैली पर समुदाय विशेष के युवकों ने पथराव कर दिया। अचानक हुए पथराव के बाद रैली में शामिल लोगों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इस पर रैली में मौजूद पुलिसकर्मियों ने तुरंत कंट्रोल रूम को घटना की सूचना देकर पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता बुलाया। इलाके में अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया है। फिलहाल माहौल शांत है। पुलिस ने 12 अधिक लोगों को हिरासत में लिया है, इनसे पूछताछ की जा रही है।
जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार ने बताया कि हिन्दू रणभेरी रैली रविवार सुबह खेल मैदान चंदवाजी से शुरू हुई थी। इसके बाद यह रैली चंदवाजी, पीलवा, चांदावास, ताला गांव, राजपुरा, बाच्यावास, श्यामपुरा, ताला जोहड़ा, दंताला गुजरान, दंताला मीणा, बिलोद, टोड़ा होते हुए टोडेश्वार माहदेव मंदिर में खत्म होनी थी। इस दौरान जिले के रायसर थाना इलाके के ताला जोहड़ा के पास कुछ उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। पथराव के दौरान रैली का अधिकांश हिस्सा आगे निकल चुका था। अंत में बचे कुछ लोगों पर पत्थर फेंके गए। घटना के बाद रैली आगे निकल गई। जो कैंसिल नहीं की गई है। वहीं घटना के बाद 12 से अधिक युवकों को हिरासत में लिया गया है। इस संबंध में रैली में मौजूद साधूराम जाट की ओर से रायसर थाने में मामला दर्ज करवाया गया है।
घटना के वक्त मौके पर मौजूद विकास का आरोप है कि रैली पर समुदाय विशेष के लोगों ने जानबूझ कर पथराव किया। पुलिस और रैली में मौजूद लोगों ने इन्हें रोकने का प्रयास किया तो उग्र हो गए। हालांकि रैली में मौजूद युवकों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। रैली शांति से पुलिस की मॉनिटरिंग में निकल रही थी। अगर रैली में मौजूद कोई व्यक्ति मारपीट करता तो पुलिस कार्रवाई करती।
सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने घटना के बारे में ट्वीट करते हुए लिख है कि कांग्रेस शासन में पीएफआई आतंकी मानसिकता फली-फूली है। यह सरकार हिंदू समुदाय के आयोजनों पर पथराव, हिंसा करने वालों पर नरमी भी दिखाती है। ये घटनाएं इसी तुष्टिकरण का नतीजा हैं।
गौरतलब है कि हिन्दू रणभेरी रैली में एक हजार मोटर साइकिल थी। जिसमें राम भक्त बैठकर रैली निकाल रहे थे। इस दौरान सुरक्षा को देखते हुए पुलिस के जवान जगह-जगह पर खड़े थे। करीब 50 पुलिसकर्मी रैली के दौरान मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ ईश्वर