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कोलकाता, 26 मार्च (हि.स.)। शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में जांच कर रही सीबीआई के समक्ष कई ऐसी चौंकाने वाली जानकारियां आ रही हैं जो अचंभित करने वाली हैं।
सीबीआई के सूत्रों ने रविवार को बताया है कि नियुक्ति भ्रष्टाचार में हजार या दो हजार नहीं बल्कि आठ हजार से अधिक परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं (ओएमआर शीट) से छेड़छाड़ की गई है। यानी आठ हजार से अधिक गैर कानूनी नियुक्तियां हुई हैं। अभी तक केवल दो हजार लोगों को नौकरी से बर्खास्त किया गया है जबकि छह हजार से अधिक लोग अभी भी अवैध नियुक्ति के बावजूद नौकरी कर रहे हैं। गत शुक्रवार को गिरफ्तार नीलाद्रि दास से पूछताछ में ये जानकारियां सामने आई हैं।
जांचकर्ताओं का कहना है कि एसएससी भर्ती घोटाले में कम से कम 8,163 ओएमआर शीट से छेड़छाड़ की गई है। इसमें मुख्य भूमिका नीलाद्रि की रही है। वह उस कंपनी का उप निदेशक है। यह सबकुछ उसने एसएससी के तत्कालीन सलाहकार शांतिप्रसाद सिन्हा के निर्देश पर किया। अब शांति प्रसाद ने किसके निर्देश पर ऐसा किया यह स्पष्ट होने पर नियुक्ति भ्रष्टाचार के मास्टरमाइंड का पता चल जाएगा। दावा है कि मामले में गिरफ्तार पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के कहने पर सबकुछ हुआ है। सीबीआई ने शुक्रवार को गाजियाबाद से नीलाद्रि को गिरफ्तार किया। उसके साथ इस काम में कौन-कौन शामिल था, इसका पता लगाने के लिए जांचकर्ता पूछताछ कर रहे हैं।
भर्ती भ्रष्टाचार की जांच में सीबीआई के अधिकारियों ने गाजियाबाद में एनआईएसए के कार्यालय पर छापा मारकर डिजिटल डेटा एकत्र किया था। डेटा की जांच करते हुए जांचकर्ताओं ने कहा कि एसएससी के तहत भर्ती प्रक्रिया के दौरान कुल 8,163 ओएमआर शीट से छेड़छाड़ की गई थी। इसमें से ग्रुप डी के 2,823, ग्रुप सी 3,481, ग्यारहवीं-बारहवीं के 907 और बाकी नौवीं-दसवीं के ओएमआर शीट हैं।
सूत्रों के अनुसार, नीलाद्रि ने शांतिप्रसाद सिन्हा के आदेश पर भारी धन के बदले ओएमआर शीट से छेड़छाड़ की। अधिकारी उससे यह पता लगाने के लिए पूछताछ कर रहे हैं कि वह एसएससी के किस अधिकारी के संपर्क में था और उसने इस उद्देश्य के लिए अपने संगठन के कुछ कर्मचारियों का इस्तेमाल किया।
पिछले गुरुवार को शांतिप्रसाद सिन्हा को फिर से सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। इस संबंध में सीबीआई के अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक नीलाद्रि और शांतिप्रसाद से आमने-सामने पूछताछ की जा सकती है। नीलाद्रि से शांतिप्रसाद के संपर्क के सबूत सीबीआई को पहले ही मिल चुके हैं। अब आठ हजार ओएमआर शीट से छेड़छाड़ की रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश