विंध्याचल : इंस्पेक्टर ने रोप-वे कर्मचारी को पीटा, एसपी ने किया निलंबित
-तीन घंटे तक बंद रहा रोप-वे का संचालन, एएसपी नगर करेंगे मामले की जांच -बगल होने के लिए कर्मचारी ने
विंध्याचल : इंस्पेक्टर ने रोप-वे कर्मचारी को पीटा, एसपी ने किया निलंबित


-तीन घंटे तक बंद रहा रोप-वे का संचालन, एएसपी नगर करेंगे मामले की जांच

-बगल होने के लिए कर्मचारी ने कहा तो इंस्पेक्टर का चढ़ा पारा

-आजमगढ़ का रहने वाला है निरीक्षक, गत वर्ष मीरजापुर में हुआ था तैनात

मीरजापुर, 26 मार्च (हि.स.)। बासंतिक नवरात्र के पांचवें दिन रविवार को कालीखोह में लगे रोप-वे के कर्मचारी गौरीशंकर की निरीक्षक वीरेंद्र सिंह ने खुलेआम लात-घूसों से पिटाई कर दी। इससे नाराज कर्मचारी ने कालीखोह रोप-वे का संचालन बंद कर दिया। कर्मचारी ने कहा कि जब तक आरोपित निरीक्षक पर कार्रवाई नहीं की जाएगी तब तक रो-पवे का संचालन प्रारंभ नहीं होगा। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई।

मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने निरीक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। इस दौरान लगभग तीन घंटे तक रोप-वे का संचालन बंद रहा। हालांकि उच्चाधिकारियों के पहुंचने पर शाम पांच बजे रोपवे का संचालन शुरू कराया गया। मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक नगर श्रीकांत प्रजापति को सौंपी गई है।

विंध्याचल के अष्टभुजा व कालीखोह आने वाले दर्शनार्थियों के लिए रोपवे की सुविधा प्रदान की गई है। नवरात्र में रोप-वे चालू भी कर दिया है। दर्शनार्थी प्रतिदिन रोप-वे के माध्यम से कालीखोह व अष्टभुजी मां का दर्शन भी कर रहे हैं। नवरात्र के पांचवें दिन कालीखोह में रोप-वे के कर्मचारी दर्शनार्थियों को केबिन से बाहर निकाल रहे थे। इस दौरान नवरात्र मेला ड्यूटी में लगे निरीक्षक वीरेंद्र सिंह रास्ते में खड़े थे। कर्मचारी गौरीशंकर ने निरीक्षक को बगल हटने के लिए कहा तो वह नाराज हो गए और गौरीशंकर को लात-घूसों से पीटने लगे। उसे पीटते-पीटते कंट्रोल रूम के अंदर ले गए और वहां भी पीटा। निरीक्षक की पिटाई से कर्मचारी आक्रोशित हो गए और रोप-वे का संचालन बंद कर दिया। रोप-वे के प्रबंधक अनिल सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी प्रतिदिन आठ से दस लोगों को लेकर आते हैं। उनको फ्री में यात्रा कराई जाती है। टिकट लेने को कहने पर मारपीट व अभद्रता करते है, फिर भी कर्मचारी कुछ नहीं बोलते।

प्रबंधक ने कहा कि इस मामले से पर्यटन अधिकारी नवीन कुमार को भी अवगत करा दिया गया है। उधर निरीक्षक वीरेंद्र सिंह का कहना है कि कर्मचारी को केवल डाट फटकार लगाई है। मारने-पीटने का आरोप झूठा है। वीरेंद्र सिंह आजमगढ़ के तरवां थाना के टडवां गांव के रहने वाले हैं और गत वर्ष फरवरी में मीरजापुर में रिट सेल प्रभारी के तौर पर तैनात किए गए थे। वर्तमान में नवरात्र मेले में उनकी ड्यूटी लगाई गई थी।

वहीं इस घटना का पूरा वीडियो रो-पवे के आस-पास लगे सीसीटीवी में कैद हो गया है। रोप-वे संचालन बंद होने की सूचना पर तत्काल सीओ सदर शैलेंद्र त्रिपाठी और सीओ नगर परमानंद कुशवाहा मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों को समझाया। लगभग तीन घंटे बाद शाम पांच बजे रो-पवे का संचालन शुरू हुआ।

पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने कहा कि कालीखोह में रोप-वे कर्मचारी के साथ मारपीट की घटना को गंभीरता से लिया गया है। निरीक्षक वीरेंद्र सिंह को निलंबित करने के साथ ही घटना की जांच अपर पुलिस अधीक्षक नगर श्रीकांत प्रजापति को सौंपी गई है। जांच में दोषी मिलने पर निरीक्षक के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

कर्मचारी को पीटते हुए निरीक्षक का वीडियो प्रसारित

रोप-वे व उसके आसपास लगे सीसीटीवी के फुटेज में यह स्पष्ट देखा जा रहा है कि निरीक्षक कर्मचारी गौरीशंकर को लात-घूसों से पिटाते हुए कंट्रोल के अंदर तक ले गए। वहां भी पिटाई की। उनके रवैये को देखकर सभी ने नाराजगी जताई। यह हाल तब है जब पूर्व डीआइजी आरपी सिंह व पुलिस अधीक्षक ने हाल ही में पुलिस लाइन में बैठक कर पुलिसकर्मियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए थे कि कोई भी किसी के साथ अभद्र व्यवहार नहीं करेगा। इसके बावजूद पुलिसकर्मी उनके आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाते देखे गए।

हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर