Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
नई दिल्ली, 26 मार्च (हि.स.)। दिल्ली में रिंकू शर्मा नामक युवक की दो वर्ष पहले बाहरी जिले के मंगोलपुरी इलाके में निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपित को भी पकड़ लिया था जिसे बाद में जेल भेज दिया गया लेकिन हाल ही में आरोपित के जमानत पर बाहर आते ही बजंरग दल के लोगों में रोष दिख रहा है। इसी क्रम में रविवार को जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि रिंकू शर्मा की हत्या पर पूरे देश से कड़ी प्रतिक्रिया आई थी। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल तो भेज दिया लेकिन उन्हें सजा देने की बजाय जमानत दे दी गई। न्यायालय में सारे साक्ष्य होते हुए भी आरोपितों को सहानुभूति प्रदर्शित करते हुए जमानत मिल गई।
ऐसे आरोपित जेल से बाहर निकलकर गवाहों को धमकाते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से रिंकू शर्मा की हत्या हुई, उसने पूरे समाज को झकझोर दिया। इन आरोपितों को दिल्ली सरकार के मौन समर्थन के कारण दो साल जेल में रहने के बाद कानून का दुरुपयोग करके जमानत दे दी गई, जो गलत है। ऐसे रिंकू शर्मा को न्याय कैसे मिलेगा।
उन्होंने कहा कि हमारी दिल्ली सरकार से मांग है कि वो रिंकू शर्मा हत्याकांड में आरोपितों का मौन समर्थन करना बंद करें। कभी दिल्ली सरकार, दिल्ली दंगे के आरोपित ताहिर के पक्ष में बयान जारी करती है और अदालत में सरकारी वकील उनको सजा दिलाने के बजाय उनको बचाने में लगे होते हैं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि हमारी केंद्र सरकार से भी मांग है कि दिल्ली पुलिस को सक्षम सरकारी वकील नियुक्त करने की अनुमति मिलनी चाहिए। साथ ही बाल अपराधियों की कानूनी आयु भी कम की जाए।
हिन्दुस्थान समाचार / अश्वनी