नेपाल में मंत्रिमंडल विस्तार पर प्रधानमंत्री प्रचंड के सामने फिर चुनौतियों का अम्बार
- प्रचंड ने विश्वास मत हासिल करते ही मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा तेज की काठमांडू, 21 मार्च (हि.स.)।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड


- प्रचंड ने विश्वास मत हासिल करते ही मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा तेज की

काठमांडू, 21 मार्च (हि.स.)। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने सोमवार को संसद से विश्वास मत हासिल करते ही मंत्रिमंडल विस्तार की प्रक्रिया तेज कर दी है। इसके लिए उन्होंने अपनी पार्टी सीपीएन (एमसी) और सत्तारूढ़ गठबंधन के घटकों से चर्चा की है। गठबन्धन के घटक दल अधिक होने से प्रधानमंत्री प्रचंड के सामने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर एक बार फिर चुनौतियां दिखाई देने लगी हैं।

दरअसल, मंत्रालय कम हैं और आकांक्षी अधिक है, इसलिए प्रचंड को सभी के साथ समन्वय करने में कठिनाई हो रही है। मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर गठबंधन में दरार आने की भी संभावना जताई जाने लगी है। अभी प्रधानमंत्री प्रचंड अकेले 16 मंत्रालय संभाल रहे हैं। अब मंत्रालय का बंटवारा होने और कैबिनेट में फेरबदल के साथ विस्तार किया जाना है।

प्रचंड ने खुद कहा है कि वह सबको साथ लेकर चलेंगे। हालांकि, यह आसान नहीं है। नेपाली कांग्रेस ने गृह, वित्त और विदेश समेत 8 मंत्रालयों पर दावा किया है। प्रधानमंत्री प्रचंड के नेतृत्व वाली माओवादी पार्टी कम से कम 5 मंत्रालय संभालने की तैयारी कर रही है। रवि लामिछाने के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी ने 4 मंत्रालयों और उपेंद्र यादव के नेतृत्व वाली जनता समाजवादी पार्टी और माधव कुमार नेपाल के नेतृत्व वाली सीपीएन (यूएस) पार्टी ने 2-2 मंत्रालयों का दावा किया है।

सीके राउत के नेतृत्व वाली जनमत पार्टी, रेशम चौधरी के नेतृत्व वाली नागरिक उन्मुक्ति, महंत ठाकुर के नेतृत्व वाली लोकतान्त्रिक समाजवादी पार्टी, प्रभु शाह के नेतृत्व वाली आम जनता पार्टी ने भी 1-1 मंत्रालय का दावा किया है।

हिन्दुस्थान समाचार/दीपेश/सुनीत