पूसीरे ने स्क्रैप बिक्री लक्ष्य को किया पार
- पिछले 15 वर्षों में सर्वाधिक आय मालीगांव, 21 मार्च (हि.स.)। भारतीय रेल के जीरो स्क्रैप मिशन के
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- पिछले 15 वर्षों में सर्वाधिक आय

मालीगांव, 21 मार्च (हि.स.)। भारतीय रेल के जीरो स्क्रैप मिशन के तहत पूर्वोत्तर सीमा रेल (पूसीरे) के सभी मंडलों में स्क्रैप सामग्रियों की बिक्री की जा रही है। इस मिशन को सफल बनाने के लिए, पूसीरे का लक्ष्य है कि प्रत्येक मंडल, कार्यशाला और शेड स्क्रैप मुक्त हो।

पूसीरे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने मंगलवार को बताया है कि चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 में 21 मार्च तक, पूसीरे ने स्क्रैप बिक्री से 186.34 करोड़ रुपये अर्जित किये हैं। स्क्रैप की इस बिक्री के साथ, पूसीरे ने चालू वित्त वर्ष के लिए रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित लक्ष्य 185 करोड़ रुपये को पार कर लिया है। पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस वर्ष लक्ष्य 48 प्रतिशत अधिक था। यह स्क्रैप बिक्री आय पिछले 15 वर्ष में सबसे अधिक है। पिछले वर्ष की अंतिम बिक्री के आंकड़ों की तुलना में स्क्रैप बिक्री आय 30 करोड़ रुपये अधिक है।

जीरो स्क्रैप मिशन के तहत इस अभियान के दौरान, चालू वित्तीय वर्ष में पूसीरे ने 26250 एमटी स्क्रैप रेल/पी-वे सामग्री और 14000 एमटी विविध स्क्रैप विक्रय किया है। पूसीरे ने अब तक 04 डीजल रेलइंजन, 124 कोच और 163 वैगन की बिक्री की है।

जीरो स्क्रैप मिशन अभियान ने न केवल भारतीय रेल के लिए राजस्व सृजन किया है बल्कि स्क्रैप सहित अन्य सामग्री को जमा रखने के लिए जगह का प्रावधान भी किया गया है। इस मिशन के तहत स्टेशनों, डिपो, शेड, वर्कशॉप और अनुभाग को स्क्रैप मुक्त करने के लिए निरंतर निगरानी सुनिश्चित की जाती है। इस निगरानी ने न केवल स्क्रैप बिक्री लक्ष्य को पार करने में मदद की है बल्कि स्टेशनों, कार्यस्थलों और आसपास के क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण में भी सुधार किया है। इसने रेल परिसर को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल रखने में भी मदद की है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद