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पटना, 21 मार्च (हि.स.)। कभी 80 किलो वजन रखने वाली लक्ष्मी झा ने आज वह कर दिखाया है जो किसी के लिए शायद नामुकिन हो। जी हां हम बात कर रहे है,उस लक्ष्मी झा की जो समाज के एक समान्य वर्ग में पली बढ़ी और परिवार के स्पोर्ट से आज एक नये मोकाम को छू चुकी है। बिहार के सहरसा जिले के छोटे से गांव से आने वाली लक्ष्मी झा ने दुनिया के चौथे एवं दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा लहराने सफलता पायी है। लक्ष्मी की इस सफलता में पूर्व सांसद आर. के. सिन्हा ने उन्हें हर संभव मदद की।
भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ ने मंगलवार को दुनिया के चौथे एवं दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा लहराने वाली बिहार की बेटी सुश्री लक्ष्मी झा को सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में भाजपा के संस्थापक सदस्य सह पूर्व राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए और सुश्री लक्ष्मी झा को सम्मानित किया। पदम् श्री विमल जैन इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि के तौर पर उपस्थित थे ।
मौके पर भाजपा के संस्थापक सदस्य और पूर्व सांसद आर. के. सिन्हा ने कहा कि बिहार की बेटी लक्ष्मी झा ने विश्व की चौथी और साउथ अफ्रीका की सबसे बड़ी चोटी किलिमअंजारो की चढ़ाई कर देश और बिहार का नाम रौशन किया । पर्वतारोही अनिता कुंडू की सफलता के बाद पर्वतरोही में अपनी जगह बनाने की इच्छा रखने वाली कई लड़कियां आकर मुझसे मिली। इसी क्रम में लक्ष्मी झा जी मुझसे मिली और उन्होंने अपनी इच्छा बताई , तब मैंने इन्हे उतर काशी के एनआईएएम इंस्टीट्यूट में पर्वतरोही का प्रशिक्षण करवाया जिसका नतीजा है कि सुश्री लक्ष्मी झा ने दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर भारत का झंडा लहरा कर बिहार के साथ साथ पूरे देश का नाम रौशन करने का काम किया है। हम सभी को बिहार की बेटी लक्ष्मी झा पर गर्व है।
पूर्व सांसद आरके सिन्हा ने कहा कि बिहार में प्रतिभाओं की कमी नही है। हर क्षेत्र में बिहार के लोग अब्बल है, बस जरूरत है, उन्हे सही मार्गदर्शन और सुविधा प्रदान करने की लेकिन बिहार सरकर के उदासीनता के कारण बिहार के ये प्रतिभावान खिलाड़ी / पर्वतारोही आगे नही बढ़ पा रहे है।बिहार के छोटे से गांव से आने वाली इस बिहार की बेटी ने पूर्व में काला पत्थर चोटी और माउंट एवरेस्ट बेस कैंप में तिरंगा लहराया है । उन्होंने पर्वतारोही लक्ष्मी झा को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया ताकि वे आगे भी इसी प्रकार बिहार का नाम पूरी दुनिया में रौशन करते रहें।
सम्मान समारोह के बाद पर्वतारोही लक्ष्मी झा ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि वह भारत की ओर से पहली महिला है जिसने कम से कम समय में किलिमअंजारो पर्वत की चढ़ाई की है । उन्हें शिखर पर चढ़ने में भी सिर्फ 36 घंटे लगे जबकि अभी तक अन्य लोगो ने 6 से 8 दिन का समय लगाया है। लक्ष्मी झा ने बताया कि एवरेस्ट की चढ़ाई उनका अगला लक्ष्य है जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली है।
आपको बताते चले कि विश्व की सबसे कठिन चढ़ाई में एक चढ़ाई किलिमअंजारो पर्वत को भी माना गया है । इसकी ऊंचाई 58.95 मीटर है जबकि एवरेस्ट की ऊंचाई 88.48 मीटर है। मौके पर क्रीड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सतीश राजू और उनके टीम ने लक्ष्मी को अंगवस्त्र , मोमेंटो और पुष्पगुच्छ से सम्मानित किया।
मौके पर भारत, चीन और जापान में त्रिनिनाद एवं टोबैगो के राजदूत श्री चंद्रदत सिंह एवं भोजपुरी, हिंदी और अंग्रेजी फिल्मों की प्रोड्यूसर श्रीमती अनिता चंद्रदत सिंह, भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक मुकेश पासवान, प्रवक्ता राजीव रंजन यादव सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ चंदा