Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
कोलकाता, 21 मार्च (हि.स.)। शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार प्राथमिक शिक्षा परिषद के पूर्व अध्यक्ष व तृणमूल विधायक माणिक भट्टाचार्य पर कोर्ट और अधिक सख्त हो गया है। मंगलवार को उन्हें और दो महीने तक प्रेसीडेंसी सेंट्रल जेल में रखने का आदेश दिया गया है। 18 मई तक वह जेल में ही रहेंगे। बैंकशाल कोर्ट में उन्होंने अपने लिए जमानत की याचिका लगाई थी लेकिन ईडी ने इसका जमकर विरोध किया।
केंद्रीय एजेंसी ने बताया कि अब तक इस मामले में गिरफ्तार लोगों में से माणिक भट्टाचार्य सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल हैं। अगर उन्हें जमानत मिल गई तो सारे साक्ष्य खत्म हो जाएंगे। कोर्ट में भट्टाचार्य ने जज से कुछ कहना चाहा जिस पर जज ने उन्हें रोकते हुए कहा कि जब आपके वकील मौजूद हैं तो आप बात नहीं कर सकते। इसके बाद माणिक फिर बोलना चाह रहे थे जिस पर फटकार लगाते हुए जज ने कहा कि आप लॉ कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल रह चुके हैं। क्या आपको न्यायालय के इस नियम के बारे में पता नहीं है?
इधर माणिक की जमानत का विरोध करते हुए ईडी ने कहा कि वह तृणमूल कांग्रेस के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं। इनके प्रभाव के बारे में अंदाजा इसी से लगाइए कि इतने बड़े भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तारी और तमाम सबूतों के बावजूद पार्टी उन्हें आज तक निकालने की हिम्मत नहीं कर सकी। माणिक की वजह से उनकी पत्नी और बेटे को भी गिरफ्तार करना पड़ा। इसके बाद जज ने कहा कि आगामी 18 मई तक इन्हें प्रेसिडेंसी सेंट्रल जेल में रखा जाए। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा