कोलकाता, 18 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखाओं में पूरे देश के साथ पश्चिम बंगाल में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। यह जानकारी संघ के दक्षिण बंग प्रचार प्रमुख विप्लव राय ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी।
केशव भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता को मूल रूप से प्रांत कार्यवाह डॉ. जिष्णु बसु ने संबोधित किया। उनके साथ विप्लव रॉय और क्षेत्र संघचालक अजय कुमार नंदी उपस्थित थे। जिष्णु बसु ने बताया कि तमाम प्रतिकूलताओं के बावजूद पश्चिम बंगाल में संघ की शाखाओं में बढ़ोतरी हुई है। इसका आंकड़ा प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि दक्षिण बंग प्रांत में 2022 के मार्च में कुल 1189 शाखाएं लगती थीं, जो इस साल बढ़कर 1275 हो गई हैं। इसी तरह से मध्य बंगाल में 2022 के मार्च में कुल 870 शाखाएं लगती थीं जो इस साल बढ़कर 1193 हो गई हैं और उत्तर बंगाल में मार्च 2022 में जहां 860 शाखाएं लगती थीं वहीं, इस साल बढ़ कर 1034 लग रही हैं। उन्होंने बताया कि संघ की अखिल भारतीय बैठक पानीपत में हुई थी जिसमें वैभवशाली राष्ट्र निर्माण पर विस्तार से चर्चा हुई थी। उसमें जिन रणनीतियों पर सहमति बनी थी उसका विस्तार पूरे देश के साथ पश्चिम बंगाल में भी करने को लेकर कदम उठाए जा रहे हैं।
इस पत्रकार वार्ता के दौरान पूरे राज्य से 56 प्रतिनिधि उपस्थित थे। हरियाणा के पानीपत में गत 12-13 और 14 मार्च को हुई अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में लिए गए निर्णयों के बारे में भी इस दौरान बताया गया। इसमें ग्रामीण विकास को केंद्रित कर तमाम तरह के प्रशिक्षण, तकनीकी सहायता, खेल प्रशिक्षण वर्ग, कृषि शोध के साथ ही जैविक पद्धति के जरिए अत्याधुनिक खेती के बारे में प्रशिक्षण दिए जाने की बात कही गई है। इसके लिए संघ के दक्ष प्रतिनिधि पूरे देश का प्रवास करेंगे और घूम घूम कर प्रशिक्षण देंगे। अजय नंदी ने कहा कि राज्य में स्वयंसेवक सामाजिक सौहार्द और वैचारिक चेतना के विकास के लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश