अहमदाबाद रेलवे स्टेशन की वास्तुकला में दिखेगी सुप्रसिद्ध मोढेरा सूर्य मंदिर की झलक
-एएसआई द्वारा ईंट की मीनार व झूलता मीनार के संरक्षित स्मारकों को स्टेशन परिसर में एकीकृत किया जाएगा
अहमदाबाद का प्रस्तावित रेलवे स्टेशन


-एएसआई द्वारा ईंट की मीनार व झूलता मीनार के संरक्षित स्मारकों को स्टेशन परिसर में एकीकृत किया जाएगा

-राष्ट्रीय हाई-स्पीड रेल टर्मिनल (बुलेट ट्रेन), मेट्रो और बस रैपिड ट्रांसपोर्ट (बीआरटी) के साथ निर्बाध कनेक्टिविटी होगी

अहमदाबाद, 17 मार्च (हि.स.)। अहमदाबाद रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य शुरू कर दिया गया है। पुनर्विकास कार्य 36 माह में पूर्ण करने का लक्ष्य है। इस परियोजना में मल्टीमोडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच), मल्टी लेवल कार पार्किंग (एमएलसीपी), स्काईवॉक, लैंडस्केप प्लाजा आदि के रूप में विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान करके स्टेशन पर विरासत स्मारकों और नए सिटी सेंटर के एकीकरण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की परिकल्पना की गई है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अपग्रेडेशन और आधुनिकीकरण के लिए देश भर में 1275 रेलवे स्टेशनों की पहचान की गई है, जिनमें से 87 स्टेशन गुजरात में हैं। नवीनतम इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं के साथ अहमदाबाद रेलवे स्टेशन के परिवर्तन से नई नौकरियों के सृजन के साथ-साथ अर्थव्यवस्था में भी वृद्धि होगी।

स्टेशन पर्यटकों के लिए मनोरंजक स्थल भी होगा

अहमदाबाद स्टेशन की इमारत की वास्तुकला मोढेरा सूर्य मंदिर से प्रेरित है। कालूपुर की तरफ एमएमटीएच बिल्डिंग का टावर अहमदाबाद शहर के लिए नया लैंडमार्क बनेगा। इसके अलावा, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा ईंट मीनार और झूलता मीनार के संरक्षित स्मारकों को स्टेशन परिसर में सौंदर्यपूर्ण रूप में एकीकृत किया जाएगा जिससे इसके विरासत की अहमियत बढ़ेगी। इस स्टेशन के डिजाइन में बनाई गई योजना के अंतर्गत एक नई अवधारणा अडालज स्टेपवेल द्वारा प्रेरित एक ओपन स्पेस एम्फीथिएटर है। यह न केवल स्टेशन के स्थापत्य मूल्य को बढ़ाएगा, बल्कि स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के लिए मनोरंजक स्थल भी प्रदान करेगा।

एलिवेटेड रोड नेटवर्क स्टेशन की भीड़ को न्यूनतम करेगा

उन्होंने बताया कि यह पुनर्विकास शहर के दोनों किनारों को एकीकृत करेगा। रेलवे ट्रैक के ऊपर 15 एकड़ का कॉनकोर्स प्लाजा और 7 एकड़ का मेजेनाइन प्लाजा बनाने की योजना है। इस कॉन्कोर्स में यात्रियों के लिए प्रतीक्षा क्षेत्र होगा जहां शौचालय, पीने के पानी, फूड कोर्ट, खुदरा दुकानों, कियोस्क, बेबी फीडिंग रूम आदि जैसी सुविधाएं होंगी। एक एलिवेटेड रोड नेटवर्क स्टेशन की भीड़-भाड़ को कम करेगा और नेशनल हाई स्पीड रेल टर्मिनल (बुलेट ट्रेन), मेट्रो एवं बस रैपिड ट्रांसपोर्ट (बीआरटी) के साथ रेलवे के मल्टीमोडल एकीकरण की सुविधा प्रदान करेगा। यह यात्रियों और शहरवासियों को बेहतर अनुभव और गतिशीलता प्रदान करेगा।

इस योजना के अंतर्गत अलग-अलग आगमन/प्रस्थान यात्री प्लाजा, स्टेशन परिसरों में भीड़-भाड़ मुक्त और सुगम प्रवेश/निकास, भूमिगत पार्किंग व्यवस्था शामिल है। यह रेलवे स्टेशन दिव्यांग जनों के अनुकूल होगा। पूरे स्टेशन परिसर में लिफ्ट और एस्केलेटर लगाए जाएंगे। ऊर्जा, जल और अन्य संसाधनों के कुशल उपयोग, नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग आदि के लिए सुविधाओं के साथ यह स्टेशन भवन हरित भवन होगा। यह स्टेशन कुशलता से डिजाइन की गई बेहतर स्टेशन प्रबंधन के लिए सुविधाओं के साथ अत्याधुनिक संरक्षा और सुरक्षा तकनीक से भी सुसज्जित होगा। बेहतर हैंडलिंग के लिए स्वचालित प्रणाली के साथ पार्सल डिपो की योजना बनाई गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/ बिनोद पांडेय