विदेशी निवेशकों की टॉप प्रायोरिटी में शामिल डाटा सेंटर और लॉजिस्टिक पार्क
-डाटा सेंटर पर 17.5 हजार और लॉजिस्टिक पार्क पर 16.5 हजार करोड़ से ज्यादा करेंगे निवेश -फिल्म सिटी के
विदेशी निवेशकों की टॉप प्रायोरिटी में शामिल डाटा सेंटर और लॉजिस्टिक पार्क


-डाटा सेंटर पर 17.5 हजार और लॉजिस्टिक पार्क पर 16.5 हजार करोड़ से ज्यादा करेंगे निवेश

-फिल्म सिटी के लिए भी विदेशी मेहमान करेंगे बड़ा निवेश

लखनऊ, 07 फरवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टीम ने उत्तर प्रदेश में विदेशी मेहमानों को निवेश के लिए आमंत्रित करने को लेकर 16 देशों के 21 शहरों में रोड शो किया। इस दौरान सात लाख बारह हजार करोड़ के 108 एमओयू साइन किये गये। इन एमओयू के माध्यम से प्रदेश के सात लाख से अधिक युवाओं को रोज़गार मिलेगा।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि विदेशी निवेशकों ने 25 सेक्टर में से टॉप फाइव सेक्टर (डाटा सेंटर, लॉजिस्टिक पार्क, रिन्यूएबल एनर्जी, अपैरल एंड टेक्सटाइल और फ़िल्म सिटी) में निवेश के लिए सबसे ज़्यादा रुचि दिखाई है। इन सेक्टर में विदेशी मेहमानों की पहली पसंद प्रदेश को डाटा सेंटर का हब बनाने की है, जिसमें उन्होंने सत्रह हज़ार करोड़ से ज़्यादा निवेश की इच्छा ज़ाहिर की है। वहीं दूसरी प्रायोरिटी में लॉजिस्टिक पार्क हैं, जिसमें वे साढ़े सोलह हज़ार करोड़ से ज़्यादा का निवेश करेंगे। इसमें वह लॉजिस्टिक सर्विस सेंटर से लेकर बीपीओ और ट्रेनिंग सेंटर तक की स्थापना करेंगे।

प्रवक्ता के अनुसार योगी सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में पहला डाटा सेंटर बनकर तैयार है। सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया में हुए रोड शो के दौरान ग्लोबल स्टेट कैपिटल प्रा.लि. ने प्रदेश में डाटा सेंटर बनाने के लिए 8260 करोड़ रुपये और स्टार कंसोर्टियम प्रा.लि. ने 1000 करोड़ के निवेश से संबंधित एमओयू प्रदेश सरकार के साथ फाइनल किए। यही नहीं, यूके और यूएसए में रोड शो के दौरान सिफी इंटरनेशनल ने इस सेक्टर के लिए 8300 करोड़ के निवेश पर सहमति जताई। इन आंकड़ों पर गौर करें तो सबसे ज्यादा विदेशी मेहमानों ने 17560 करोड़ का निवेश कर प्रदेश को डाटा सेंटर के हब के रूप में विकसित करने की ओर कदम बढ़ाए हैं।

विदेशी निवेशकों की दूसरी पसंद है लॉजिस्टिक पार्क

उन्होंने बताया कि विदेशी निवेशकों ने 25 सेक्टर्स में से दूसरी प्रायोरिटी के रूप में लॉजिस्टिक पार्क को रखा है। इसमें उन्होंने 16,810 करोड़ रुपये के निवेश से संबंधित एमओयू किए हैं। यूएई के रोड शो के दौरान शराफ ग्रुप ने तेरह सौ करोड़, हिंदुस्तान पोर्ट प्रा. लि. ने दो सौ दस करोड़ के एमओयू साइन किए हैं। कनाडा और यूएसए के दौरे के दौरान आठ हज़ार दो सौ करोड़ के निवेश पर अपनी हामी भरी है। वहीं सिंगापुर और ऑस्ट्रलिया के रोड शो में एक हज़ार करोड़ का निवेश लॉजिस्टिक सर्विस में होगा। यूनिवर्सल सक्सेस प्रा. लि. ने 5100 करोड़ रुपये से लॉजिस्टिक पार्क का निर्माण करने का निर्णय लिया है। वहीं यूके और यूएसए के दौरे के दौरान बेस्ट बाय ट्रकिंग ने एक हज़ार करोड़ से लॉजिस्टिक बीपीओ और ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए एमओयू साइन किये हैं।

तीसरे नंबर पर रिन्युएबल एनर्जी को मिली तरजीह

सरकारी प्रवक्ता के अनुसार विदेशी निवेशकों ने प्रदेश में निवेश के क्षेत्र में तीसरे नंबर पर रिन्युएबल एनर्जी को तरजीह दी है। यूएई में रोड शो के दौरान आस्था ग्रीन एनर्जी वेंचर्स प्रा. लि. ने 4480 करोड़, श्री सिद्धार्थ इन्फ्राटेक एंड सर्विसेज़ ने आठ हज़ार करोड़ खर्च करने की कार्ययोजना बनाई है। वहीं जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन में रोड शो के दौरान बोसोन एनर्जी एसए ने एक हज़ार करोड़ खर्च करने का फ़ैसला लिया है। इसके साथ ही यूके और यूएस दौरे के दौरान जियोथर्मल कोर आईएनसी 820 करोड़ से रिन्युएबल एनर्जी प्लांट लगाएगी। ऐसे में विदेशी निवेशक रिन्युएबल एनर्जी के क्षेत्र में चौदह हज़ार तीन सौ करोड़ का निवेश करेंगे। विदेशी निवेशकों की चौथी प्रायोरिटी में अपैरल और टेक्सटाइल शामिल है। इसमें जापान और साउथ कोरिया के दौरे के दौरान जापान इंडिया इंडस्ट्री प्रमोशन एसोसिएशन ने ढाई हज़ार करोड़ और निसेनकेन क्वालिटी इवैल्यूएशन सेंटर ने दस हज़ार करोड़ के एमओयू पर साइन किया है। ऐसे में इस क्षेत्र में विदेशी मेहमान कुल साढ़े बारह हज़ार करोड़ का निवेश करेंगे। वहीं विदेशी मेहमानों के पांचवी प्रायोरिटी में फ़िल्म इंडस्ट्री है। जर्मनी, बेल्जियम और स्वीडन में रोड शो के दौरान इंटरनेशनल ग्रुप एबी में दस हज़ार करोड़ से प्रदेश में फ़िल्म सिटी में निवेश का फ़ैसला किया है।

हिन्दुस्थान समाचार/ पीएन द्विवेदी