जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित
नैनीताल, 3 फ़रवरी (हि.स.)। आगामी 15 फरवरी से 15 जून तक प्रस्तावित वनाग्नि काल के दौरान वनाग्नि की घट
 जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा समिति की बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते डीएम।


नैनीताल, 3 फ़रवरी (हि.स.)। आगामी 15 फरवरी से 15 जून तक प्रस्तावित वनाग्नि काल के दौरान वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम एवं उसके प्रबंधन व कार्य योजना को लेकर शुक्रवार को जिला कार्यालय नैनीताल के सभागार में जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने जिले में वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम हेतु जनपद स्तर पर की गई तैयारियां की विस्तृत रूप से जानकारी ली।

उन्होंने कहा कि गत वर्षों में जिन-जिन वन क्षेत्रों में वनाग्नि की घटनाएं घटित हुई हैं उन क्षेत्रों में पूर्व से ही वनाग्नि की घटनाओं को रोके जाने हेतु फायर लाइन के निर्माण, कंट्रोल बर्निंग के साथ वन कर्मियों एवं क्षेत्र वासियों को जागरूक किया जाए। स्थानीय क्षेत्रवासियों की सहभागिता से वनाग्नि की घटनाओं को रोकने का प्रयास करें।

उन्होंने आपदा प्रबंधन अधिकारी शैलेश कुमार को वन क्षेत्र के संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित करने एव वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम हेतु वृहद रूप से जनजागरूकता एवं जन सहभागिता के साथ ही जिले के सभी ग्रामीण क्षेत्रों में आम जन को वनाग्नि सुरक्षा हेतु जागरूक करने, सभी सरपंचों, पीआरडी जवानों, वन विभाग, आपदा एवं तहसीलों में तैनात कर्मचारियों अधिकारियों को विकास खण्ड स्तर पर भी कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए। साथ ही ग्रामीण स्तर पर युवाओं व महिलाओं, स्वयं सेवकों आदि को प्रशिक्षण देने के साथ ही ग्रामीण स्तर पर वनाग्नि की रोकथाम व वनाग्नि के दुष्परिणामों के बारे में भी जानकारी देते हुए जागरूक करने और सभी सम्बन्धितों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाने और सभी से आपसी समन्वय से कार्य करने को कहा।

बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी सीएस जोशी ने बताया कि यह सभी कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं। अग्नि प्रबंधन योजना में वन प्रभागों के अंतर्गत आठ डिवीजनों में 239 क्रू स्टेशन बनाए गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. नवीन जोशी