असम सरकार के बाल विवाह विरोधी अभियान के भागीदार बनेंगे भाजपा कार्यकर्ता: भाजपा
-मुख्यमंत्री डॉ. सरमा के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के लिए सबसे बड़ा अभियान गुराहाटी, 3 फरवरी (हि.
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-मुख्यमंत्री डॉ. सरमा के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के लिए सबसे बड़ा अभियान

गुराहाटी, 3 फरवरी (हि.स.)। महिला सशक्तिकरण अभियान को एक नया आयाम देते हुए भारतीय जनता पार्टी के असम इकाई ने मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा की सलाह पर चलाए गए बाल विवाह विरोधी अभियान को समर्थन किया है। पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया है कि वे इस तरह के पवित्र कार्य में भाग लें और समाज को सशक्त बनाने के लिए उठाए गए सरकार की पहलों को हर तरह से सफल बनाने में सहयोग करें।

उक्त विचार पार्टी के असम प्रदेश मुख्यालय 'अटल बिहारी वाजपेयी भवन' में शुक्रवार को आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता रंजीव कुमार शर्मा और डॉ. जूरी शर्मा बोरदोलोई ने व्यक्त किए।

भाजपा प्रवक्ताओं ने मुख्यमंत्री डॉ. सरमा के नेतृत्व में शुरू किए गए इस अभियान को आजादी के बाद के भारत के सबसे बड़े सामाजिक आंदोलनों में से एक बताया है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के माध्यम से संविधान की नींव को मजबूत करने के साथ-साथ संविधान में उल्लिखित विभिन्न अधिकारों के बारे में समाज को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। 18वीं शताब्दी में, राजा राममोहन रॉय ने विधवा विवाह के खिलाफ जागरूकता पैदा करके महिलाओं के सबलीकरण आंदोलन की शुरुआत की थी।

प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि 3 फरवरी से शुरू हुआ बाल विवाह विरोधी अभियान महिला सशक्तिकरण की निरंतरता को नया आयाम देकर समाज को मजबूत करने में सबसे अधिक योगदान देगा। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि सरकार ने इस अभियान के माध्यम से बाल शिक्षा, महिलाओं के स्वास्थ्य और महिलाओं के विभिन्न अधिकारों को सुनिश्चित करने में एक मजबूत कदम उठाया है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस ने 3 फरवरी से पूरे प्रदेश में बाल विवाह विरोधी अभियान शुरू किया है। इस अभियान के दौरान पुलिस द्वारा कानूनी मानदंडों का उल्लंघन करते हुए बाल विवाह करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद