पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा पूरी कर माघ मेला पहुंचे शंकराचार्य अधोक्षजानंद
-अरुणाचल में शंकराचार्य के सानिध्य में हुआ शिवशक्ति यज्ञ व महारुद्राभिषेक का आयोजन -वेदमंत्रों से गु
पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा पूरी कर माघ मेला पहुंचे शंकराचार्य अधोक्षजानंद


अरुणाचल में शंकराचार्य के सानिध्य में हुआ शिवशक्ति यज्ञ व महारुद्राभिषेक का आयोजन


अरुणाचल में शंकराचार्य के सानिध्य में हुआ शिवशक्ति यज्ञ व महारुद्राभिषेक का आयोजन .............


-अरुणाचल में शंकराचार्य के सानिध्य में हुआ शिवशक्ति यज्ञ व महारुद्राभिषेक का आयोजन

-वेदमंत्रों से गुंजायमान हुआ सीमावर्ती पर्वतीय राज्य, धर्म के जयघोष से गूंजा हिमालय

-गुवाहाटी में की मां कामाख्या की पूजा, असम में नवनिर्मित स्कूल का किया निरीक्षण

-जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, जनजातीय भक्तों की रही भारी भीड़, सनातन धर्म में बढ़ी आस्था

प्रयागराज, 28 जनवरी (हि.स.)। पूर्वाम्नाय गोवर्धन पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अधोक्षजानंद देवतीर्थ जी महाराज भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा पूरी कर प्रयागराज माघ मेला क्षेत्र में आज पधार चुके हैं। गुवाहाटी से राजधानी लखनऊ पहुंचने पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अमौसी हवाई अड्डे पर जगद्गुरु का स्वागत किया।

शंकराचार्य लखनऊ से सीधे माघ मेला स्थित अपने शिविर में पहुंचे जहां वैदिक आचार्यों ने स्वस्ति वाचन कर उनका अभिवादन किया। जगद्गुरु देवतीर्थ करीब आठ दिन पहले मेला क्षेत्र से ही पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा में निकले थे। उनके साथ गये आचार्यों ने बताया कि पूर्वोत्तर भारत के सीमावर्ती पर्वतीय राज्य अरुणाचल के जंगल में स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में पूर्वाम्नाय गोवर्धन पुरी पीठाधीश्वर देवतीर्थ जी महाराज के पावन सानिध्य में शिवशक्ति यज्ञ व महारुद्राभिषेक का आयोजन हुआ। इस अनुष्ठान में भीषण सर्दी के बावजूद प्रदेश के कई मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, अधिकारियों एवं भारी संख्या में स्थानीय जनजातीय भक्तों ने भाग लिया। अनुष्ठान के दौरान पूर्वोत्तर भारत का सीमावर्ती पर्वतीय राज्य अरुणाचल कई दिनों तक वैदिक मंत्रों से गुंजायमान रहा। जीरो के जंगल में स्वाहा, ओम नमः शिवाय और धर्म के जयघोष से हिमालयन क्षेत्र गूंज उठा।

आचार्यों ने बताया कि अरुणाचल में लोअर सुबनसिरी जिले के जीरो में शिवशक्ति यज्ञ व महारुद्राभिषेक के आयोजन की शुरुआत कलश यात्रा से हुई। 108 महिलाएं पवित्र नदी से कलश में जल भरकर सिद्धेश्वर महादेव तक पैदल आयीं। इस कलश यात्रा में राज्य के मंत्रीगण, सांसद, अधिकारी एवं श्रद्धालुओं की भारी भीड़ शामिल रही। इसके बाद यज्ञ एवं विश्व के सबसे विशाल शिवलिंग के पूजन व अभिषेक का अनुष्ठान हुआ। इस दौरान यज्ञस्थल पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। विशेष रूप से राज्य के शिक्षा मंत्री तबा तेदिर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बियूराम बागे, कोषाध्यक्ष विनय गुप्ता, नामशाही के बिधायक जिंग्नु नामचूम के साथ भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

वहां के कैबिनेट मंत्री तागे ताकी ने सपत्नीक यज्ञ की पूर्णाहुति डाली। क्षेत्रीय विभिन्न जनजातीय श्रद्धालुओं ने भारी संख्या में अनुष्ठान में भागीदारी की और यज्ञशाला की 108 परिक्रमा भी लगाई। श्रद्धालुओं ने इस दौरान पारंपरिक ढंग से शंकराचार्य जी का स्वागत किया और जगद्गुरु से आशीर्वाद लिया।

अनुष्ठान के दौरान पूरा क्षेत्र भगवामय रहा। समूचा हिमालयन क्षेत्र जयघोष से गूंजता रहा। इस दौरान धर्मघोष के साथ भारत माता की जय और अरूणाचल राज्य की जय के भी घोष होते रहे। जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आईपीएस सचिन कुमार सिंघल के देखरेख में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये गये थे।

पूर्व में अरुणाचल पहुंचे शंकराचार्य स्वामी श्री अधोक्षजानंद देव तीर्थ जी महाराज का डोनी पोलो एयरपोर्ट ईटानगर में जोरदार स्वागत हुआ। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दिलीप सैकिया ने वरिष्ठ नेताओं के साथ शंकराचार्य की आगवानी की। राज्यसभा सांसद नाबाम रिबिया, राज्य सरकार के कृषि एवं उद्यान मंत्री तागे ताकी, शिक्षा मंत्री तबा तेदिर, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीयूराम बागे, विधायक, महामंत्री जिंग्नू नामचूम, महामंत्री नालोंग मिजे, कोषाध्यक्ष विनय गुप्ता, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सचिन सिंघल एवं अन्य श्रद्धालुओं ने जगद्गुरु जी का स्वागत किया एवं विभिन्न जन जातीय पारंपरिक दाव, तलवार एवं गमछा भेंट किया।

शिवशक्ति यज्ञ व महारुद्राभिषेक में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए जगद्गुरु शंकराचार्य देवतीर्थ काफी प्रसन्न थे। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती पर्वतीय राज्य में धर्म ध्वजा लहरा रही है। सनातन धर्म में लोगों की आस्था बढ़ रही है। शंकराचार्य ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश में सुख, शांति और देश की समृद्धि के उद्देश्य से इस अनुष्ठान का आयोजन हुआ।

अरुणाचल के बाद शंकराचार्य गुवाहाटी पहुंचे, जहां असम के कैबिनेट मंत्री जयंत मल्ल बरुआ ने उनका भव्य स्वागत किया। जगद्गुरु देवतीर्थ ने वहां मां कामाख्या की पूजा अर्चना की। इसके बाद उन्होंने असम के झलुकवारी में नवनिर्मित वंद्या इंटरनेशनल स्कूल का निरीक्षण किया। इस स्कूल की संस्थापक असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की पत्नी श्रीमती रिनिकी भुइयां शर्मा हैं। श्रीमती शर्मा ने विद्यालय परिसर में जगद्गुरु का जोरदार स्वागत किया।

गुवाहाटी प्रवास के दौरान असम के कैबिनेट मंत्री बोलिन सेतिया, विधायक मानव डेका, राज्य युवा बोर्ड के सदस्य रतुल शर्मा, अल्प संख्यक आयोग के उपाध्यक्ष खलीलुर्रहमान, अरुणाचल के दर्जा प्राप्त गृह मंत्री नियामार कार्वक समेत कई जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और श्रद्धालुओं ने शंकराचार्य देवतीर्थ से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया।

गौरतलब है कि जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अधोक्षजानंद देवतीर्थ जी महाराज पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में लगातार यात्रा करते रहते हैं और यहां की सुख, शांति और समृद्धि के लिए समय-समय पर यज्ञादि अनुष्ठान का आयोजन भी कराते रहते हैं। जगद्गुरु स्वामी श्री अधोक्षजानंद देवतीर्थ जी गोवर्धन पीठ के 145वें शंकराचार्य हैं। अंग, बंग और कलिंग समेत पूर्वोत्तर भारत के सभी राज्य इस पीठ के विशेष संरक्षण में आता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ पीएन द्विवेदी