धोती-कुर्ता पहन कर बटुकों ने क्रिकेट मैच खेला, जमकर लगाये चौके-छक्के, संस्कृत में कमेंट्री
—शास्त्रार्थ महाविद्यालय के 79वें स्थापनोत्सव पर खेला गया खास मैच,चार टीमों ने सहभाग किया वाराणसी,
धोती— कुर्ता पहन कर क्रिकेट मैच खेलते बटुक: फोटो बच्चा गुप्ता


धोती— कुर्ता पहन कर क्रिकेट मैच खेलते बटुक: फोटो बच्चा गुप्ता


धोती— कुर्ता पहन कर क्रिकेट मैच खेलते बटुक: फोटो बच्चा गुप्ता


—शास्त्रार्थ महाविद्यालय के 79वें स्थापनोत्सव पर खेला गया खास मैच,चार टीमों ने सहभाग किया

वाराणसी, 28 जनवरी (हि.स.)। सिगरा स्थित संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम के मैदान पर शनिवार को बटुकों ने पारंपरिक वेशभूषा टीका त्रिपुंड लगाकर धोती कुर्ता में जमकर क्रिकेट खेला। तिलकधारी व लम्बी-लम्बी चुटियाधारी धोती-कुर्ता में क्रिकेटरों को देखकर वहां दर्शक दीर्घा में बैठे सभी रोमांचित हो गए ।

वेद पाठी बटुकों के खेलने का अनोखा अंदाज और धोती कमर में समेटते हुए बल्लेबाजी के दौरान चौके—छक्के लगाने के साथ दौड़ कर रन बनाना,गेंदबाजी, फील्डिंग व विकेट कीपिंग मैदान में मौजूद लोगों के लिए आकर्षण रही। खास बात यह रही कि कमेन्ट्री भी संस्कृत भाषा में होती रही।

दशाश्वमेध स्थित शास्त्रार्थ महाविद्यालय के 79वें वार्षिकोत्सव पर प्रतिवर्ष की भांति आयोजित अनूठे क्रिकेट मैच में पहला मैच चंद्रमौली ट्रस्ट और चल्लासुब्बा राव वेद विद्यालय की टीम के बीच खेला गया। जिसमें चंद्रमौली ट्रस्ट की टीम ने 26 रन से जीत दर्ज की।

खेल के पूर्व बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के पूर्व मंत्री और शहर दक्षिणी के विधायक डा. नीलकंठ तिवारी ने वेद पाठी बटुकों से संस्कृत में परिचय प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने क्रिकेट खेल कर प्रतियोगिता का उदघाटन किया। प्रारम्भ में संस्था के पूर्व प्राचार्य डा. गणेश दत्त शास्त्री व प्रबंधक डा. विनोद राव पाठक ने मुख्य अतिथि को माल्यार्पण व अंगवस्त्रम् प्रदान कर अभिनन्दन किया।

इस मौके पर विधायक डा. नीलकंठ तिवारी ने खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन किया। मैच के दौरान संस्कृत में कमेंट्री अतीव सुंदरतया कंदुक प्रक्षेपणेन फलक चालक: स्तब्धोजात..., कंदुक: रेखाया: बहिर्गमनम् चतुर्धावनांक: लब्ध: (खूबसूरत बालिंग से बल्लेबाज चकित हो गया, गेंद सीमा रेखा के बाहर, चार रन मिले)। संस्कृत में क्रिकेट मैच की यह कमेंट्री सुन लोग जमकर तालियां बजाते रहे। इसी तरह इति दंड कंतुक क्रीड़ायाम, प्रथम कंदुक प्रक्षेपकम'बोलने का कमेंटेटर का अंदाज भी लोगों को खूब भाया। मैदान में मौजूद खिलाड़ियों का उत्साह लोग हर-हर महादेव और जय श्रीराम का उद्घोष कर बढ़ाते रहे।

वेद पाठियों का धोती-कुर्ते में तेजी से दौड़ना और बॉल पकड़ने के लिए ड्राइव लगाते देखना भी खास क्षण रहा। संस्कृत में चतुरधाव्नांका तथा षड्धाव्नांका (चौका व छक्का) से पूरा मैदान गूंजायमान रहा ।

प्रतियोगिता में चार टीमों ने हिस्सा लिया। इसमें शास्त्रार्थ महाविद्यालय, इंटरनेशनल चंद्रमौली ट्रस्ट, चेल्लाशास्त्री वेद-वेदांग महाविद्यालय और सतुआ बाबा संस्कृत विद्यालय के बटुकों ने भागीदारी की। इस अनोखे क्रिकेट टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के साथ ही अंपायर भी पारम्परिक वेशभूषा में नजर आए। सिर पर राउंड टोपी के साथ धोती, कुर्ता और गले में रुद्राक्ष की माला पहने अंपायर पूर्व खिलाड़ी धीरज मिश्रा, अनुज नीशी तिवारी व डा. अशोक पाण्डेय ने टूर्नामेंट में अपनी भूमिका निभाई। संस्कृत में कमेंट्री डा. शेषनारायण मिश्र व विकास दीक्षित ने किया। कार्यक्रम संयोजक व संस्था के प्राचार्य डॉ पवन कुमार शुक्ल ने अतिथियों का स्वागत किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कर चुके है तारीफ

संस्था के प्राचार्य डॉ पवन कुमार शुक्ल ने बताया कि यह अनोखा आयोजन देश में यही काशी में आयोजित होता आ रहा है । जिसकी प्रशंसा प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने “मन की बात” कार्यक्रम में भी किया था । जिससे हम सभी का उत्साहवर्धन होता है । मैच में सारे नियम लगभग किसी अंतर्राष्ट्रीय मैच के ही समान ही रहता है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर