नेता प्रतिपक्ष का आरोप, भाजपा सरकार का एजेंड बनकर काम कर रही है ईडी
भोपाल, 28 जनवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक डॉ गोविंद
Allegations of Leader of Opposition


भोपाल, 28 जनवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक डॉ गोविंद सिंह ने ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के नोटिस पर पलटवार किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा है कि हिंदुस्तान में ईडी का कानून केवल इसलिए बनाया गया था कि किसी व्यक्ति ने यदि देश एवं विदेश में काले धन की अवैध संपत्ति बनाई है तो ईडी उस पर शिकंजा कस सके, परंतु आज ईडी का एक ही काम बचा है, वह भाजपा की एजेंट बनकर काम कर रही है।

शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए गोविंद सिंह ने कहा कि बीते 13 जनवरी को मेरे नाम से एक समन आया जो उन्हें 24 जनवरी को प्राप्त हुआ, जिसमें यह समझ नहीं आया कि आखिर उसमें लिखा क्या है, मैंने अधिवक्ताओं से भी जानकारी ली है कि मेरा क्या अपराध है? किस मुद्दे पर मुझे बुलाया गया? इसका नोटिस में कोई उल्लेख नहीं है? 27 जनवरी को दिल्ली आने को कहा गया था। आखिर किसके इशारे पर ईडी विपक्ष के नेताओं को परेशान करती है, सुबह से शाम तक ईडी दफ्तर में बैठाकर परेशान करेगी। ‘‘मैंने अपने बड़े अधिवक्ताओं विवेक तन्खा, कपिल सिब्बल आदि को नोटिस बताया तो उनके द्वारा कहा कि ऐसा नोटिस पहली बार देखा है।’

सुप्रीम कोर्ट में दायर करेंगे याचिका

नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नेताओं के कारनामों को उजागर न कर सके इसलिए भाजपा सरकार द्वारा ईडी के माध्यम से कांग्रेस के नेताओं को परेशान किया जा रहा है। भाजपा सरकार, कांग्रेस नेताओं का गला घोंटने का काम कर रही है। मैंने अपने अधिवक्ताओं के माध्यम से नोटिस का जवाब दिया है कि किस आधार पर मुझे नोटिस भेजा गया है। सुप्रीम कोर्ट जाकर ईडी के खिलाफ याचिका दायर करेंगे। सरकार की तानाशाही के खिलाफ यदि जेल जाऊंगा तो मंदिर जाना समझूंगा। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से सडक़ पर जाकर इसका विरोध करेगी, कांग्रेस इस तरह के तानाशाही रवैये से डरने वाली नहीं है।

मेरे पास खेती किसानी के अलावा कोई काम नहीं

गोविंद सिंह ने कहा कि मेरे जीवन में मैने ऐसा कोई काम नहीं किया है, जिसमें मुझे नीचा देखना पड़े, खेती किसानी के अलावा मेरे पास कोई काम नही हैं। मेरे पास न तो कोई कंपनी है और न ही मेरे पास किसी कंपनी के शेयर हैं। कंपनी कैसे बनती है, कैसे चलती है उसकी एबीसीडी भी मुझे पता नहीं। बीजेपी सिर्फ विपक्ष के नेताओं को भयभीत और दबाने का काम कर रही है। मुझे ईडी से समन भेजा गया है उसमें 2019 का कोई मामला बताया गया है लेकिन मामला क्या है ऐसा कुछ नहीं लिखा। मैं ईडी से पूछना चाहता हूं वह अभी तक क्या कर रही थी। अगले आठ महीने में चुनाव है, ईडी केवल भाजपा के इशारे पर नाच रही है। लेकिन आगामी 8 महीने बाद नवंबर के महीने में बीजेपी और कांग्रेस विधानसभा में चुनाव का मुकाबला करेगी। बीजेपी की नाव डूबने की कगार पर है क्योंकि इनकी नाव में कई छेद हो चुके हैं।

ईडी की कार्यवाही राजनीतिक दबाव के लिए

वहीं प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह को भेजे गये समन के बारे बताते हुए कहा कि इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। भाजपा द्वारा राजनीतिक दबाव बनाने के लिए कांग्रेसियों पर ईडी की कार्यवाही की शुरूआत राजनीतिक दबाव बनाने के लिए डॉ. गोविंद सिंह को समन भेजकर श्री गणेश किया गया है। भोपाल में ईडी का दफ्तर जो कि बीएसएनएल के किराए की बिल्डिंग में चल रहा है, तो फिर हमारे नेता डॉ. गोविंद सिंह को दिल्ली में बुलाने का औचित्य क्या है? इसके राजनीतिक साजिश स्पष्ट तौर पर दिखाई पड़ती है। जिसकी कांग्रेस पार्टी घोर निंदा करती है, इस लड़ाई को डॉ. गोविंद सिंह अकेले नहीं लड़ेंगे, पूरी कांग्रेस मिलकर इस लड़ाई को लड़ेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय