कीव/बर्लिन, 24 जनवरी (हि.स.)। यूक्रेन ने युद्ध के बीच पांच युद्धक्षेत्र प्रांतों कीव, खेरसान, जपोरीजिया, सुमी व निप्प्रापेट्रोस के गवर्नरों को बर्खास्त कर दिया है। इस बीच, युद्ध के दौरान उच्च-स्तरीय भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के उप प्रमुख किरिलो टिमोशेनको ने भी मंगलवार को इस्तीफा दे दिया।
पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को लेपर्ड टैंक देने के लिए जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज सरकार पर दबाव बनया हुआ है। नाटो के महासचिव जेंस स्टोलेनबर्ग ने सहयोगी देशों से रूस के विरुद्ध जंग जीतने के लिए यूक्रेन को तेजी से शक्तिशाली हथियारों की आपूर्ति करने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि यूक्रेन को युद्ध टैंक भेजने को लेकर जल्द ही निर्णय की उम्मीद है।
नाटो महासचिव जर्मनी के नए रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस से बात की। बोरिस ने कहा कि उनकी सरकार टैंक को लेकर जल्द निर्णय लेगी। जर्मनी की सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी लेपर्ड टैंक देने के खिलाफ है। वह ऐसा कर रूस को उकसाना नहीं चाहती है। जर्मन रक्षा सूत्रों ने बताया कि पोलैंड ने जर्मन सरकार से यूक्रेन को 14 लेपर्ड-2 ए4 टैंक की आपूर्ति करने का अनुरोध किया है।
यूक्रेन में स्कूल बने बम शेल्टर
रिपोर्ट के अनुसार, रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का परिणाम यह सामने आया है कि कीव के लगभग 86 प्रतिशत स्कूल बम शेल्टर बन चुके हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, कीव के क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख ओलेक्सी कुलेबा ने अपने टेलीग्राम पर कहा कि परिस्थितियों के कारण कीव क्षेत्र में शैक्षिक सुविधाओं में कुल 1,085 आश्रय पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/ अजीत तिवारी