राष्ट्रीय बालिका दिवस : डाक विभाग की पहल, वाराणसी परिक्षेत्र में 804 गांव बने सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम
-गूंजती है बेटियों के जन्म की किलकारी, डाकिया बाबू बधाई के साथ खुलवाते हैं नवजात बालिका का सुकन्या ख
राष्ट्रीय बालिका दिवस : डाक विभाग की पहल, वाराणसी परिक्षेत्र में 804 गांव बने सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम


-गूंजती है बेटियों के जन्म की किलकारी, डाकिया बाबू बधाई के साथ खुलवाते हैं नवजात बालिका का सुकन्या खाता

वाराणसी, 23 जनवरी (हि.स.)। हमारे देश में बालिकाओं का स्थान महत्वपूर्ण है। बालिकाएं आने वाले कल का भविष्य हैं। ऐसे में बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें आर्थिक व सामाजिक रूप से सुदृढ़ करने की जरूरत है। इसमें प्रधानमंत्री के 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत आरंभ 'सुकन्या समृद्धि योजना' महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने सोमवार को बताया कि वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों में अब तक 2.72 लाख बालिकाओं के सुकन्या समृद्धि खाते खोले जा चुके हैं। यही नहीं, 804 गाँवों को सम्पूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बनाया जा चुका है। इन गाँवों में 10 साल तक की सभी योग्य बालिकाओं के सुकन्या खाते खोले जा चुके हैं। आज भी इन गाँवों में किसी के घर बेटियों के जन्म की किलकारी गूंजती है तो डाकिया बाबू बधाई के साथ नवजात बालिका का सुकन्या खाता खुलवाना नहीं भूलते। उन्होंने बताया कि बालिकाओं के सुदृढ़ीकरण से परिवार, समाज और अंतत: राष्ट्र भी मजबूत बनता है। 10 साल तक की बालिकाओं का मात्र रुपया 250 से डाकघर में खुलने वाला सुकन्या समृद्धि योजना सिर्फ निवेश का ही एक माध्यम नहीं है, बल्कि यह बालिकाओं के उज्ज्वल व समृद्ध भविष्य से भी जुड़ा हुआ है। सुकन्या समृद्धि योजना में ब्याज दर 7.6 प्रतिशत है और जमा धनराशि व अर्जित ब्याज पर आयकर छूट भी है। इस योजना में एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम डेढ़ लाख रुपये जमा किये जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि बालिका के 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने अथवा 10वीं कक्षा पास कर लेने के उपरांत जमा राशि का 50 प्रतिशत तक निकाला जा सकता है। खाते की परिपक्वता अवधि खाता खोलने की तारीख से 21 वर्ष है, तथापि बालिका द्वारा 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेने के बाद विवाह के समय बंद किया जा सकता है। इसमें जमा धनराशि पूर्णतया बालिकाओं के लिए ही होगी, जो उनकी शिक्षा, करियर एवं विवाह में उपयोगी होगी। यह योजना बालिकाओं के सशक्तिकरण के द्वारा भविष्य में नारी सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगी। उन्होंने बताया कि डाक विभाग के वाराणसी परिक्षेत्र के छह जिलों में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 2.72 लाख खाते खुले जा चुके हैं। परिक्षेत्र में 804 गांव ऐसे हैं इन गांवों में 10 साल तक की सभी पात्र बालिकाओं के सुकन्या खाते खोले जा चुके हैं। इस तरह ये गांव संपूर्ण सुकन्या समृद्धि ग्राम बन गए हैं। इन गांवों में बेटियों के जन्म के बाद डाकिया उनके घर जाकर योजना की जानकारी देते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर