नई दिल्ली, 23 जून (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए आज का दिन काफी यादगार है। नौ साल पहले आज ही के दिन 23 जून 2013 को भारत ने बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में फाइनल में इंग्लैंड को पांच रन से हराकर अपना पहला आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जीता था।
भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में अजेय रही थी। भारत ने अपने ग्रुप स्टेज के तीनों मैच जीते और सेमीफाइनल में श्रीलंका को आठ विकेट से हराया। इंग्लैंड ने अपने तीन ग्रुप स्टेज मैचों में से दो जीते थे और सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को सात विकेट से हराया था।
फाइनल मुकाबला बारिश के कारण 20-20 ओवर का खेला गया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही, चौथे ओवर में टीम ने 19 रन के स्कोर पर सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा को को दिया। रोहित महज 9 रन पर ही बना सके।
इकसे बाद धवन 31 रन बनाकर ऑलराउंडर रवि बोपारा का शिकार बने। भारत ने जल्दी ही दिनेश कार्तिक, सुरेश रैना और कप्तान एमएस धोनी का विकेट भी खो दिया और केवल 66 रनों पर भारतीय टीम के 5 विकेट गिर गए। इसके बाद कोहली और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने छठें विकेट के लिए 47 रन की साझेदारी की। तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने कोहली को 43 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर आउट किया। भारतीय टीम 20 ओवर में 7 विकेट पर 129 रन ही बना सकी। जडेजा 33 रन बनाकर नाबाद रहे।
इंग्लैंड के लिए रवि बोपारा ने चार ओवर में 20 रन देकर तीन विकेट लिया। जेम्स ट्रेडवेल, एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड को भी एक-एक विकेट मिला।
जवाब में इंग्लिश टीम 20 ओवरों में 8 विकेट पर 120 रन ही बना सकी और 5 रन से मैच हार गई। इंग्लैंड के लिए इयोन मोर्गन ने 33 और रवि बोपारा ने 30 रन बनाए। भारत की तरफ से रवीन्द्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन और ईशांत शर्मा ने 2-2 विकेट लिया। वहीं, उमेश यादव को 1 विकेट मिला।
हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील