- चुनाव की तारीख न देने पर इमरान की चेतावनी और यूएई के राष्ट्रपति के निधन को भी महत्व
- ज्ञानवापी पर ओवैसी का बयान और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के दो करीबियों की गिरफ्तारी को भी जगह
नई दिल्ली, 14 मई (हि.स.)। पाकिस्तान से शनिवार को प्रकाशित अधिकांश समाचार पत्रों ने लंदन में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच होने वाली बैठकों से सम्बंधित खबरें प्रकाशित की हैं। अखबारों ने लिखा है कि इन बैठकों में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई और फैसले लिए गए हैं। अखबारों ने बताया है कि केंद्रीय मंत्रियों ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि शाहबाज शरीफ सरकार के जरिए लिए गए फैसलों से पाकिस्तान की जनता को 48 घंटे के अंदर अवगत करा दिया जाएगा। मंत्रियों का कहना है कि इलेक्शन के लिए हम पर कोई दबाव नहीं है। सहयोगियों के साथ बातचीत जरूरी है। अखबारों ने बताया है कि नवाज शरीफ जल्द ही पाकिस्तान वापस आएंगे। देश में किसी को भी अफरा-तफरी फैलाने की इजाजत नहीं देंगे।
अखबारों ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि सियासत नहीं इंकलाब के लिए बुला रहा हूं। चुनाव की तारीख ना दी तो आम जनता का समुंदर इस्लामाबाद में आएगा और सब कुछ बहा कर ले जाएगा। अखबारों ने संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायेद अलनह्यान के निधन की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने लिखा है कि पाकिस्तान में उनके निधन पर 3 दिन का राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया है।
अखबारों ने डॉलर के खुले मार्केट में 194 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंचने की खबर देते हुए बताया है कि महंगाई में भी बेतहाशा वृद्धि हुई है। अखबारों ने बताया कि मुर्गी, आटा समेत 28 जरूरी वस्तुएं महंगी हो गई हैं। अखबारों ने वित्त मंत्री मिफताहुल इस्लाम का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि इमरान के जरिए किए गए समझौतों के चंगुल से बाहर निकलेंगे तो डॉलर नीचे और मार्केट ऊपर आ जाएगी।
अखबारों ने कराची रेलवे स्टेशन पर रहमान बाबा एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबरें भी दी है। अखबारों ने बताया कि इंजन समेत चाय बोगियां पटरी से उतर गईं। अखबारों ने सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला भी छापा है, जिसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति प्रणाली के लिए रेफरेंडम कराने का फैसला देने का हक उनके पास नहीं है।
अखबारों ने मानव अधिकार काउंसिल के जरिए यूक्रेन में रूस के जंगी जुर्म की जांच की मंजूरी की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने नेशनल असेंबली में सरकार का ऐलान छापा है, जिसमें कहा गया है कि रूस पर लगी पाबंदियों की वजह से उसके साथ व्यापार करना नामुमकिन है। यह सभी खबरें रोजनामा दुनिया, रोजनामा खबरें, रोजनामा औसाफ, रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा नवाएवक्त और रोजनामा जंग ने अपने पहले पन्ने पर छापी हैं।
रोजनामा नवाएवक्त ने एक खबर जम्मू-कश्मीर से दी है, जिसमें बताया गया है कि सेना और अर्धसैनिक बलों ने बांदीपोरा में घेराबंदी और घर-घर तलाशी अभियान के दौरान दो कश्मीरियों को गोली मार दी है। अखबार ने बताया है कि हुर्रियत नेताओं ने यासीन मलिक के परिवार वालों से मुलाकात की है। अखबार ने बताया कि घर-घर तलाशी अभियान के दौरान दस्तावेज, लैपटॉप और मोबाइल भी जब्त कर लिया गया है।
रोजनामा दुनिया ने एक खबर दी है, जिसमें बताया गया है कि ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि मुसलमान बाबरी मस्जिद के बाद एक और मस्जिद को खोना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद पर अदालत के हालिया फैसलों से मुसलमानों में खौफ है। उनका कहना है कि मुसलमान कोर्ट कमिश्नर बदलना चाहते हैं मगर अदालतें इसके लिए राजी नहीं है। उनका कहना है अदालत का फैसला धार्मिक स्थल एक्ट 1991 की खुला उल्लंघन है।
रोजनामा खबरें ने एक खबर में बताया है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के दो करीबी साथियों को भारतीय एजेंसियों ने गिरफ्तार करने का दावा किया है। अखबार का कहना है कि एनआईए ने दाऊद इब्राहिम के दो करीबी साथियों को गिरफ्तार किया है। भारतीय मीडिया के अनुसार एनआईए के जरिए जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि आरिफ अबूबकर शेख और शब्बीर अबूबकर शेख को बीते दिन गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी मुंबई में दाऊद इब्राहिम के कई ठिकानों पर हवाला कारोबार को सामने रखकर की गई है।
हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/मोहम्मद शहजाद/दधिबल