धमतरी, 10 मई अप्रैल (हि.स.)।रबी सीजन के तैयारी धान फसल की कटाई-मिंजाई जोरों पर है। किसान व मजदूर व्यस्त है। दूसरी ओर मई माह के दूसरे सप्ताह शुरू होने के बाद मानसून पर निर्भर रहने वाले किसान खरीफ खेती-किसानी की तैयारी में जुट गए है। रोपाई करने वाले कुछ किसान तो अपने खेतों पर नर्सरी तैयार करने की तैयारी में जुट गए है।
वनांचल व मैदानी क्षेत्रों में मई माह शुरू होने के साथ खरीफ खेती-किसानी की तैयारी शुरू हो जाती है। भीषण गर्मी के बीच किसान अलसुबह खेतों में जाकर खरपतवार की सफाई कर जला रहे हैं। वहीं जमीन को उपजाऊ बनाने इन दिनों किसान गोबर व घुरूआ खाद खेतों में डाल रहे हैं।
अंचल के डाही , छाती , सेमरा , सेनचुवा , कसही , बोड़रा , हंकारा , अंगारा , खम्हरिया , जुनवानी , दर्री , चिरपोटी , बिरेतरा , बगदेही , भेंडरवानी , चोरभट्ठी , भुसरेगा , देवरी , सिहाद , भखारा , गुजरा क्षेत्र के किसान खरीफ खेती-किसानी की तैयारी में जुट गए है। दूसरी ओर बोर सिंचाई सुविधा वाले किसानों के खेतों पर रबी धान फसल पककर तैयार है। फसल की कटाई-मिंजाई में किसान व मजदूर व्यस्त है। खरीफ फसल की तैयारी के लिए किसानों के पास मई माह ही प्रमुख होता है।
जून माह के प्रथम सप्ताह से मौसम में बदलाव आने की संभावना रहता है। नौतपा लगने के साथ आंधी-तूफान व बारिश का दौर शुरू हो जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए किसान खरीफ सीजन के लिए अब खाद का स्टाक सप्ताहभर पहले से जारी कर दिया है। सोसाइटियों से यूरिया, डीएपी समेत सभी प्रकार के खाद को किसान खरीदकर अपने घराें में स्टाक कर रहे हैं, ताकि मुख्य सीजन में उन्हें महंगाई से न जूझना पड़े।
हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा