कानपुर, 03 नवम्बर (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर अनुसंधान और नवाचार सहित भारत के सभी क्षेत्रों में समग्र विकास के लिए योगदान दे रहा है। सबसे पुराने आईआईटी में से एक होने के नाते आईआईटी कानपुर न केवल शिक्षा में, बल्कि सभी क्षेत्रों में अग्रणी प्रयास भी कर रहा है। यह बातें कानपुर आईआईटी के स्थापना दिवस पर बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष सुब्रमण्यम रामादोराई ने कही।
उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस इस महान संस्थान की यात्रा और उन सभी के योगदान का जश्न मनाने का एक शुभ अवसर है जो इसका हिस्सा रहे हैं। मैं यहां आईआईटी कानपुर में 63वें स्थापना दिवस के अवसर पर उपस्थित होकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं और मुझे विश्वास है कि संस्थान देश को विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति के शिखर पर ले जाने के लिए आगे बढ़ना जारी रखेगा। वहीं स्थापना दिवस के अवसर पर सम्मानित पूर्व छात्रों और आईआईटी कानपुर के साथियों को 18 पुरस्कार प्रदान किए गए। पुरस्कार पाने वालों में अपने-अपने क्षेत्रों में अग्रणी प्रख्यात वैज्ञानिक, उद्योग विशेषज्ञ, प्रशासक और टेक्नोक्रेट शामिल थे। इस्पात मंत्रालय की निदेशक नेहा वर्मा को अपने कार्यक्षेत्र में पेशेवर ईमानदारी के सर्वोच्च प्रदर्शन के लिए प्रतिष्ठित सत्येंद्र के. दुबे मेमोरियल अवार्ड से सम्मानित किया गया। पद्मश्री एच.सी. वर्मा, रिटा. प्रोफेसर, भौतिकी विभाग और प्रो एससी श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त प्रोफेसर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग आईआईटी कानपुर को संस्थान के विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए संस्थान फेलो पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
आईआईटी के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने कहा कि एक शैक्षणिक संस्थान के लिए छह दशक की यात्रा एक लंबी समयावधि है। इस शुभ दिन पर हम अपने पूर्व छात्रों और शिक्षकों के योगदान का जश्न मनाते हैं। जिन्होंने अपने अथक प्रयासों और समर्पण के साथ संस्थान का नाम हमेशा वैश्विक स्तर पर ऊंचा रखा है। संस्थान द्वारा देश के लिए एक बेहतर कल के निर्माण का संकल्प लेने के लिए आज का दिन विशेष दिन है।
यह भी हुए सम्मानित
विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार 11 पूर्व छात्रों को दिया गया। इनमें डॉ. स्मिता अग्रवाल हाशिम उपाध्यक्ष माइक्रोसॉफ्ट आईएनसी यूएसए, प्रो. दीपक धर, एमेरिटस प्रोफेसर भौतिकी विभाग आईआईएसईआर पुणे, डॉ. रुचिर पुरी मुख्य वैज्ञानिक आईबीएम रिसर्च एनवाई यूएसए, आलोक बाजपेयी इक्सिगो के सह-संस्थापक आदि रहें। इसी प्रकार अन्य विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार विजेताओं में प्रो. संजय रांका विशिष्ट प्रोफेसर कम्प्यूटर सूचना विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग फ्लोरिडा विश्वविद्यालय, प्रो. विवेक सरकार कॉलेज ऑफ कम्प्यूटिंग जॉर्जिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यूएसए, प्रो. रत्नेश कुमार पामर प्रोफेसर इलेक्ट्रिकल और कम्प्यूटर इंजीनियरिंग विभाग आयोवा स्टेट यूनिवर्सिटी, रानोदेब रॉय सह-संस्थापक सीईओ और मुख्य निवेश अधिकारी आरवी कैपिटल मैनेजमेंट सिंगापुर, राजेंद्र प्रसाद भट्टराई अध्यक्ष जल उपयोगिता के पर्यावरण और नियामक सेवा प्रभाग टेक्सास विश्वविद्यालय ऑस्टिन यूएसए, दीपक देव राज प्रबंध निदेशक रश ब्रूक पार्टनर्स और संस्थापक और प्रबंध निदेशक न्यू जर्सी स्थित निजी निवेश फर्म राज एसोसिएट्स, डॉ. अनिल कुमार राजवंशी निदेशक ट्रस्टी और सचिव निंबकर कृषि अनुसंधान संस्थान भारत शामिल हैं। वहीं विशिष्ट सेवा पुरस्कार में श्रीकांत शास्त्री अध्यक्ष आईआईएम कलकत्ता इनोवेशन पार्क, डॉ. मोहित कुमार जॉली सहायक प्रोफेसर सेंटर फॉर बायोसिस्टम्स साइंस एंड इंजीनियरिंग आईआईएससी बेंगलुरु आदि हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/अजय सिंह