-करनाल मंडला आयुक्त संजीव वर्मा को सौंपी गई मामले की जांच
कैथल, 24 नवंबर (हि.स.)। कैथल के पूर्व डीसी प्रदीप दहिया पर शस्त्र लाइसेंस बनवाने के नाम पर लाखों रुपये वसूलने का मामला प्रकाश में आया है। हरियाणा सरकार ने प्रदीप दहिया के कार्यकाल में बनाए गए 89 शस्त्र लाइसेंसों की जांच करवाने का निर्णय लिया है। आरोप है कि प्रदीप दहिया ने तीन लाख रुपए प्रति लाइसेंस लिए हैं। इनमें कुछ लाइसेंस ऐसे भी है जिनकी पुलिस रिपोर्ट पर भी संस्य था। सरकार ने कैथल के पूर्व डीसी प्रदीप दहिया के कार्यकाल जनवरी 2021 से लेकर मई 2022 तक जारी किए गए 89 शस्त्र लाइसेंसों की जांच करने के आदेश जारी किए हैं। इसमें डीजीपी और अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) हरियाणा से मंजूरी मिलने के बाद इस पूरे मामले की जांच करनाल मंडला आयुक्त संजीव वर्मा को सौंपी गई है। जो इस मामले की जांच कर इसकी विस्तृत रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे।
जानकारी के अनुसार कैथल के गुरमीत सिंह ने शस्त्र लाइसेंसों में कथित अनियमितताओं को लेकर 26 मई, 2022 को इसकी शिकायत केंद्रीय गृह मंत्रालय तथा राज्य सरकार को की थी। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरियाणा सरकार को इस संबंध में पत्र जारी कर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। वहीं जारी किए गए अभी शस्त्र लाइसेंसों में प्रयोग किए किए गए दस्तावेजों की डीजीपी हरियाणा द्वारा 25 अगस्त को जारी किए गए एक पत्र को प्राप्त होने के बाद इस पूरे मामले की जांच करनाल मंडला आयुक्त संजीव वर्मा को सौपी है। उन्होंने इस मामले के सन्दर्भ में कैथल की डीसी संगीता तेतरवाल से इसकी रिपोर्ट तलब की है जिसके बाद यदि शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए जाते हैं तो करनाल मंडल आयुक्त इस पूरे मामले की जांच कर आगामी कार्रवाई करने के लिए सरकार को लिखेंगे।
करनाल मंडल कमिश्नर ने नहीं दिया जवाब
गुरुवार को करनाल डिवीजन के कमिश्नर संजीव वर्मा कैथल में थे। उनसे जब इस बारे में बातचीत की गई तो उन्होंने पहले तो इस मामले पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया। उन्हाेंने कहा कि आप इस मामले के बारे में जानकारी लेने के लिए करनाल आएं या फिर कैथल डीसी से भी इस बारे में जानकारी ले सकते हैं, इसके बाद वे बिना कुछ भी कहे अपनी गाड़ी में बैठकर चले गए।
प्रदीप दहिया ने कहा- मुझे कोई जानकारी नहीं
कैथल के पूर्व जिला उपायुक्त प्रदीप दहिया ने बताया कि उन्हें इस बारे कोई जानकारी नहीं है तथा न ही सरकार की ओर से उन्हें अभी तक जांच संबंधी कोई आदेश मिले हैं। जैसे भी सरकार के आदेश होंगे, उसी अनुसार कार्य किया जाएगा।
हिंदुस्थान समाचार/ नरेश भारद्वाज