- तुलसीपुर व उतरौला तहसील क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति अनिश्चित समय तक रोक
बलरामपुर,11 अक्टूबर (हि.स.)। बाढ़ व बरसात से बलरामपुर में बीते चार दिनों से हाहाकार मचा हुआ है। लोगों का जीवन के बचाव के लिए प्रशासन संघर्ष कर रहा है। एसडीआरएफ के साथ एनडीआरएफ ने भी मोर्चा संभाला है। बाढ़ के चलते रेल व सड़क यातायात ठप है। एनएच बंद होने से तुलसीपुर में पेट्रोल खत्म हो गया है। जलभराव के चलते तुलसीपुर व उतरौला तहसील क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति रोक दी गई है
बलरामपुर में बीते बुधवार से लगातार बरसात हो रही है। भारी बारिश के चलते राप्ती सहित सभी प्रमुख नदियां चार दिनों से उफान पर हैं। सबसे ज्यादा तबाही राप्ती नदी व पहाड़ी नाला खरझार ने मचाई है। बाढ़ के चौथे दिन राप्ती नदी के जलस्तर में कमी आने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
राप्ती नदी का जलस्तर मंगलवार को सुबह 8:00 बजे तक एक मीटर कम होकर 105.960 पहुंच गया है, जो सोमवार को 106.070 मीटर पर था। सरकारी आकड़ों के मुताबिक जनपद में पहली बार राप्ती का जलस्तर इतना पहुंचा था। इधर, बाढ़ के चलते एनएच 730 पर पानी के तेज बहाव से मार्ग बंद करने का चौथा दिन है। सोमवार से रेल मार्ग पर पानी चला जाने से ट्रेनों को सेवा भी ठप है। वहीं सब्जी, फल व खाद्य सामग्री महंगे दामों पर बिक रहे हैं। तुलसीपुर, उतरौला, ललिया, मथुरा, महराजगंज तराई का जनपद मुख्यालय से सम्पर्क कट गया है। इन क्षेत्रों के तकरीबन पांच सौ गांवों में विद्युत आपूर्ति रोक दी गई है।
उतरौला विद्युत उपखंड कार्यालय में जलभराव के चलते सोमवार से उतरौला नगर की भी विद्युत आपूर्ति रोक दी गई है। तुलसीपुर तहसील क्षेत्र में अनिश्चित समय के लिए मंगलवार से विद्युत आपूर्ति रोक दी गई है। विद्युत विभाग के द्वारा बताया गया कि इटाई मैदा से विद्युत सप्लाई आ रही है। वही तुलसीपुर में डुमरियागंज से विद्युत सप्लाई आ रही थी, इन दोनों स्थानों पर जलभराव के चलते विद्युत सप्लाई बंद हो गई है। बाढ़ से जिले की तकरीबन तीन लाख आबादी प्रभावित है।
जिलाधिकारी कार्यालय से जारी सूचना के मुताबिक अब तक 200 नाव व 30 मोटर बोट के माध्यम से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। बचाव कार्य में एक फ्लड पीएसी, तीन एसडीआरएफ व एक एनडीआरएफ की टीम लगी हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक लगातार भ्रमण कर रहे हैं। जिलाधिकारी डॉ. महेंद्र कुमार ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से राहत व बचाव कार्य किए जा रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/प्रभाकर