बेगूसराय, 29 जनवरी (हि.स.)। बेगूसराय जिला में बिहार सरकार द्वारा चयनित लोक अभियोजक (पीपी) मंसूर आलम ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा बेगूसराय के जिला पदाधिकारी को सौंपा है। मंसूर आलम ने शनिवार को बताया कि बिहार सरकार द्वारा उन्हें 2016 में तीन वर्ष के लिए बेगूसराय में लोक अभियोजक पद की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन तीन साल बीतने के बाद पुनः लोक अभियोजक की नियुक्ति नहीं होने पर वे पांच साल से अधिक समय तक इस पद पर कार्य करते रहे। इस दौरान सरकार की ओर से सभी मुकदमों में अपना पक्ष रखा और संगीन अपराधों में शामिल अपराधियों को सजा दिलाई। मंसूर आलम ने इस्तीफा देने का कोई ठोस कारण नहीं बताया है, लेकिन इतना जरूर कहा कि अब सरकार द्वारा नए लोक अभियोजक की नियुक्ति की जा रही है।
बेगूसराय के जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा जिला पदाधिकारी द्वारा सरकार के समक्ष दो वरिष्ठ लोगों के नाम की अनुशंसा की गई है। 2016 में बिहार सरकार ने तीन वर्ष के लिए लोक अभियोजक (पीपी) एवं अपर लोक अभियोजक (एपीपी) को चयनित किया था। जिनका कार्यकाल समाप्त हो चुका है और नए लोक अभियोजक और अपर लोक अभियोजक सहित अन्य पदों पर बिहार सरकार द्वारा चयन की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही नए लोक अभियोजक एवं सभी अपर लोक अभियोजक के पद पर बिहार सरकार चयनित कर सकती है, ऐसे में उनका पद पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है।
हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र