जींद, 27 सितंबर (हि.स.)। संयुक्त किसान मोर्चा व ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर भारत बंद आह्वान का सोमवार को मिलाजुला असर रहा। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले सुबह छह बजे ही किसान व अन्य संगठन राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे ट्रैक पर आ गए और जाम लगा दिया। इसके बाद एक-एक कर जिले में तीन दर्जन से अधिक नेशनल, स्टेट हाइवे व लोकल मार्ग जाम होते चले गए। आढ़तियों ने जिले की अनाज मंडियाें को पूर्णतय बंद रखा।
यातायात व्यवस्था पूरी तरह ठप रही तो शिक्षण संस्थानों में भी सन्नाटा पसरा रहा। 12 घंटे लगे जाम के कारण काफी संख्या में वाहन नेशनल, स्टेट हाइवे व लोकल मार्गों पर खड़ दिखाई दिए। जिसके चलते वाहन चालकों तथा यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर लगाए गए जामों के चलते पुलिसबल अलर्ट पर रहा। शांतिपूर्ण ढंग से किसानों का विरोध संपन्न होने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली।किसान दरिया लेकर सड़कों के बीचोंबीच बैठ गए
किसान दरियां लेकर सड़कों के बीचों बीच बैठ गए
किसान दरियां लेकर सड़कों के बीचों बीच बैठ गए। इस दौरान तीन कृषि कानून से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया। साथ ही सरकार के अडियल रवैये की निंदा की गई। इस दौरान सरकार को कोसने का सिलसिला भी लगातार जारी रहा। किसानों के आंदोलन को देखते हुए पुलिसकर्मियों की तैनाती जाम प्वायंट से दूर रही है। किसान लगातार नारेबाजी कर रहे थे और पुलिस कर्मी दूर खड़े रहे।
भारत बंद के आह्वान को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से रोडवेज बसों का परिचलन रोक दिया था। बस अड्डा से बसों को वर्कशॉप में ले जाया गया। रास्तों में अटकी बसों को नजदीकी थानों में भेज दिया गया था। 12 घंटे तक बस अड्डों पर पूरी तरह विरानगी छाई रही।
शाम को पांच बजे के बाद बसों का परिचलन बहाल कर दिया गया। जिले में 35 स्थानों पर जाम के चलते आवागमन के दूसरे साधन भी 12 घंटों के लिए बंद रहे। एसपी वसीम अकरम ने बताया कि भारत बंद आह्वान को देखते हुए जिले में डीएसपी, इंस्पेक्टर समेत 1200 पुलिस कर्मचारी को तैनात किया गया था। लगातार हालातों पर नजर बनाए रखी गई। सभी महत्वपूर्ण जाम प्वायंटों पर एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड को तैनात किया गया था। संवेदनशील स्थानों पर पैरा मिल्ट्री फोर्स की कंपनी को तैनात किया गया था। जिन रास्तों को बाधित किया गया वहां पर वीडियोग्राफी करवाई गई।
हिन्दुस्थान समाचार/ विजेंद्र/संजीव