राष्ट्रीय नाट्य समारोह के दूसरे दिन दिखा ''बुरा और भला तथा दहक एक आग''
बेगूसराय, 26 सितम्बर (हि.स.)। बिहार की सांस्कृतिक राजधानी बेगूसराय में आस्था द्वारा आयोजित दो दिवसीय
नाटक का एक दृश्य


बेगूसराय, 26 सितम्बर (हि.स.)। बिहार की सांस्कृतिक राजधानी बेगूसराय में आस्था द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह आस्था नाट्य रंग के दूसरे दिन बेगूसराय आईटीआई के प्रेक्षागृह में दो नाटकों का मंचन किया गया। पहली प्रस्तुति के रूप में बाल रंगमंच आर्ट एंड कल्चरल सोसायटी बरौनी द्वारा राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से प्रशिक्षित युवा रंग निर्देशक श्याम कुमार सहनी के निर्देशन में नाटककार विजय दान देथा की कहानी पर आधारित नाटक ''बुरा और भला'' का मंचन किया गया। पूरी प्रस्तुति के दौरान अभिनय कर रहे बच्चों ने अपने लाजवाब अभिनय कौशल से उपस्थित दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। दूसरी प्रस्तुति के तौर पर कलांधिका थियेटर सोसाइटी भुवनेश्वर के द्वारा अंकु आनंद के निर्देशन एवं एकल अभिनय में नाटक ''दहक एक आग'' का मंचन किया गया। इस नाटक के दौरान भी अभिनेता ने अपने सशक्त अभिनय कौशल से दर्शकों को नाटक के साथ बांधे रखने में सफल रहे। मंचन के पूर्व उद्घाटन जदयू के प्रदेश महासचिव भूमिपाल राय, वरिष्ठ रंगकर्मी सुनील राय शर्मा एवं फुलेना राय ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलित कर किया।

अपने उद्बोधन में सभी अतिथियों ने राष्ट्रीय नाट्य समारोह आस्था नाट्य रंग का आयोजन ग्रामीण परिवेश में करने लिए आस्था और फेस्टिवल डायरेक्टर रवि रंजन कुमार को बधाई दी। बुरा या भला नाटक में बच्चों ने पारंपरिक रंग शैली में जमाने की सच्चाई, दर्शकों के सामने रखने का प्रयास किया। पात्रों ने अभिनय के द्वारा दर्शकों पर कला की अमिट छाप छोड़ी। नाटक में प्रमुख कलाकार भला के रूप में विशाल, बुरा-कुणाल, भूत-आकाश, रोहित, राजा-विजेंद्र, राजकुमारी-साक्षी, सूत्रधार-आंचल, ऋषि, सैनिक-नीतीश, धर्मवीर, सुमित, सुजीत, हर्ष राज, कोरस में अनुश्री, तनुश्री, ब्यूटी, शिवम, मीठी आदि कलाकारों ने उत्कृष्ट अभिनय किया। संगीत संयोजन कुणाल कुमार एवं धर्मवीर कुमार ने किया। जबकि नाट्य संयोजन एवं सह निर्देशन रवि वर्मा ने किया। दूसरे नाट्य प्रस्तुति के रूप में अंकू आनंद के एकल अभिनय से सजी नाट्य प्रस्तुति ''दहक एक आग'' के माध्यम से युवाओं को नशे के खिलाफ संदेश देने का प्रयास किया।

हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा