भवानीपुर में माकपा उम्मीदवार श्रीजीव विश्वास को प्रचार में बाधा देने का आरोप
कोलकाता, 26 सितंबर (हि. स.)। दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में माकपा और उम्मीदवार श्री
भवानीपुर में माकपा उम्मीदवार श्रीजीव विश्वास को प्रचार में बाधा देने का आरोप


कोलकाता, 26 सितंबर (हि. स.)। दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र में माकपा और उम्मीदवार श्रीजीब विश्वास के समर्थन में माकपा के वरिष्ठ नेता सुजन चक्रवर्ती रविवार सुबह उनके समर्थन में प्रचार अभियान में शामिल हुए। लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हरीश चटर्जी स्ट्रीट में प्रवेश किया तृणमूल समर्थकों ने बाधा दिया। इस दौरान प्रचार करने से रोके जाने पर पुलिस के साथ भी झड़प हो गई। इस दौरान पक्षो के बीच धक्का-मुक्की में कई वामपंथी समर्थक और कार्यकर्ता घायल हो हुए हैं।

घटना के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि उन्हें इलाके के मतदाताओं के बीच प्रचार करने का पूरा अधिकार है, लेकिन पुलिस उन्हें गैरकानूनी तरीके से रोक रही है। हमारे पास अनुमति है। हम उस अनुमति के साथ ही प्रचार अभियान में निकले है। सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि चुनाव में कोई मुख्यमंत्री नहीं होता है। ममता बनर्जी अब मुख्यमंत्री नहीं हैं। यहां वह एक मतदाता हैं, लेकिन पुलिस यहां इस घेराबंदी क्यों की है।

तृणमूल कांग्रेस कौन है? वे अनुमति देने वाले कोई नहीं हैं। राज्य में भयावह स्थिति पैदा हो गई है, तृणमूल डरी हुई है। ममता बनर्जी खुद डर के मारे सिकुड़ गईं इसलिए वह बार-बार कह रही हैं, मुझे वोट दो। क्यो? अगर आप उसे वोट नहीं देंगे तो क्या होगा? पार्टी में और विधायक हैं, कई वरिष्ठ नेता हैं, वो खुद कह रहे हैं, क्या हम ममता बनर्जी से कम काबिल हैं? दरअसल, उन्हें ही (ममता बनर्जी) मुख्यमंत्री बनना है अगर कोई और बनेगा तो नही चलेगा।

बाद में माकपा उम्मीदवार श्रीजीब विश्वास, सुजन चक्रवर्ती और तीन अन्य लोगों को हरीश चटर्जी स्ट्रीट क्षेत्र में प्रचार करने की अनुमति दी गई।

इस घटना को लेकर वाम मोर्चा के अध्यक्ष विमान बसु ने घटना को लेकर कहा कि हमें क्यों रोका जा रहा है? हम अप्रासंगिक हो गए हैं तो हमारे प्रचार करने से क्यों रोका जा रहा है? उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी भवानीपुर में चुनाव प्रचार में करने पहुंची भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल ने पुलिस पर प्रचार में बाधा डालने का आरोप लगाया है। यहां तक कि उन्होंने एक पुलिस अधिकारी पर अभद्रता का भी आरोप लगाया जिससे पुलिस अधिकारी को मतदान की जिम्मेदारी से हटा दिया गया। हिन्दुस्थान समाचार/सुगंधी/गंगा