महाराष्ट्र : 11 बार विधायक रहे गणपतराव देशमुख का निधन
गणपतराव देशमुख को महाराष्ट्र की राजनीति में एक बरगद के पेड़ के रूप में जाना जाता रहा है। उनकी पहचान एक विद्वान नेता, राजनीति के बिना दुश्मन और एक बहुत ही सरल व्यक्तित्व थे। उनके निधन से शेतकरी कामगार पार्टी की लहर है। वह करूणानिधि के बाद देश के दूसरे नेता थे जो 11 बार विधानसभा चुनाव जीत कर विधायक बने।

 
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मुंबई, 31 जुलाई (हि.स.)। महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के सांगोला विधानसभा क्षेत्र से 11 बार विधानसभा का चुनाव जीतने वाले शेतकरी कामगार पक्ष के दिग्गज पूर्व विधायक गणपतराव देशमुख का 94 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनका इलाज 15 जुलाई से जिले के अश्विनी अस्पताल में चल रहा था।
 
गणपत राव देशमुख एक ही पार्टी व एक ही पक्ष से एक ही विधानसभा से लगातार 11 बार जीतने का रिकॉर्ड लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करवाने वाले देश के इकलौते विधायक रहे हैं।

शेकापा नेता व वकील राजेंद्र कोरडे ने बताया कि गणपतराव देशमुख 1950 में शेतकरी कामगार पक्ष से जुड़े थे। 1962 में गणपत राव देशमुख ने पहली बार सोलापुर जिले के सांगोला संसदीय क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीता था। तब से उन्होंने लगातार एक ही पक्ष, एकही विधानसभा से लगातार 11 बार चुनाव जीता।

2019 में गणपतराव देशमुख ने स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। गणपत राव देशमुख बीमार होने के बाद उन्हें सोलापुर के अश्विनी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां शुक्रवार रात में उनका निधन हो गया।
 
उनका अंतिम संस्कार सोलापुर में स्थित सांगोला तहसील में शनिवार को किया जाएगा। गणपतराव देशमुख बेहद ईमानदार व्यक्तित्व के धनी रहे। उनकी ईमानदारी के किस्से आज भी राजनीतिक क्षेत्र में चर्चित हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर