सरकार 10 लाख से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ेगी: मुख्यमंत्री
-कानून, जनसंख्या कानून, नजूल भूमि के लिए कमेटी का होगा गठन देहरादून, 30 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्र

-कानून, जनसंख्या कानून, नजूल भूमि के लिए कमेटी का होगा गठन

देहरादून, 30 जुलाई (हि.स.)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड का सर्वांगीण विकास हमारा एजेंडा है। उन्होंने कहा कि रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया के साथ ही 10 लाख से अधिक लोगों को स्व-रोजगार से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि वे बोलने पर नहीं बल्कि कर्म में विश्वास करते हैं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने देहरादून में आयोजित एक कार्यक्रम में यह बातें कही।

इस दौरान कहा कि राज्य के हर क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हमारा एजेंडा है। कम बोलना और ज्यादा काम करना उनका ध्येय वाक्य है। राज्य हित में उन्होंने अब तक 50 से ज्यादा फैसले लिए हैं। प्रदेश में भू-कानून, जनसंख्या कानून, नजूल भूमि से सम्बन्धित विषयों के समाधान के लिए कमेटी का गठन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गैरसैंण जनभावनाओं का केन्द्र है। वहां पर ग्रीष्म कालीन राजधानी के अनुरूप सभी आवश्यक अवस्थापना सुविधाओं का तेजी से विकास किया जाएगा। देवस्थानम बोर्ड प्रदेश के पर्यटन, तीर्थाटन से जुड़ा विषय है, इसे लेकर सभी सम्बन्धित पक्षों से वार्ता कर निर्णय लिया जाएगा। इसमें किसी के भी हित प्रभावित न हों इसके लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 24 हजार सरकारी रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया जल्द होगी। राज्य में 10 लाख से अधिक लोगों को स्वरेजगार के माध्यम से रोजगार से जोड़ा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में औद्योगीकरण में तेजी लाने के लिये उद्योगों की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाएगा। इसके लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने के साथ ही यदि आवश्यकता हुई तो नीतियों में भी संशोधन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका पूरा ध्यान राज्य के विकास पर है। जिन योजनाओं का शिलान्यास किया जायेगा उनके लोकार्पण की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि पहाड़ की जवानी तथा पानी दोनों राज्य के काम आये इसके लिये प्रभावी ढंग से योजनायें बनाकर उनका क्रियान्वयन किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान हो इसके लिये सभी अधिकारियों को सभी कार्य दिवसों पर पूर्वाहन 10 बजे से 12 बजे तक जन समस्यायें सुनने तथा उनके त्वरित समाधान के निर्देश दिये गये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जीरो पेंडेंसी पर ध्यान देते हुए शासन से लेकर जिलों तक सुशासन पर ध्यान दिया जायेगा। जिलों के कार्य जिलों में ही हों तथा जिलों के कार्य अनावश्यक रूप से शासन को सन्दर्भित न किया जाये, इसके सख्त निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रदेश के हर क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी है। हर उत्तराखण्डी के चेहरे पर मुस्कान लाना उनका उद्देश्य रहेगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का प्रदेश के प्रति भावनात्मक लगाव है। राज्य की समस्याओं से वे विज्ञ हैं। राज्य के विकास में उनका मार्गदर्शन निरन्तर हमें प्राप्त हो रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश