मुख्यमंत्री ने कोकराझार में सिक्किम से बचाकर लाए गए बच्चों और बुद्धिजीवियों से की चर्चा
कोकराझार, 30 जुलाई (हि.स.)। विश्व मानव तस्करी निषेध दिवस-2021 पर शुक्रवार को केंद्रीय प्रौद्योगिकी स
कोकराझार में मुख्यमंत्री हिमंत विश्वा  शर्मा। 


कोकराझार, 30 जुलाई (हि.स.)। विश्व मानव तस्करी निषेध दिवस-2021 पर शुक्रवार को केंद्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कोकराझार के सभागार में मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा ने हाल ही में मानव तस्करों के चंगुल से सिक्किम से बचाकर लाये गये 40 बच्चों और दो वयस्कों के साथ बातचीत की। बच्चों को चिरांग पुलिस टीम सिक्किम से छुड़ाकर लायी थी।

मानव तस्करी को समाप्त करने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए डॉ सरमा ने कहा कि इस जघन्य अपराध को जारी नहीं रहने दिया जाएगा और उन्होंने कहा कि मजबूत और रणनीतिक तैयारियों के जरिए ऐसे बच्चों को बचाने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने बच्चों के दु:खद अनुभव सुने और कहा कि अपने मन से उन पुराने अनुभवों को भूलने के लिए सभी को हाथ मिलाने का आह्वान किया।

बाद में मीडियाकर्मियों से बातचीत में उन्होंने बताया कि असम पुलिस उन अन्य बच्चों की तलाश जारी रखे हुए है, जिन्हें बचाए गए 42 बच्चों के साथ तस्करी की गई थी। उन्होंने कहा कि आशा और आंगनबाडी कार्यकर्ता गांवों का दौरा करेंगी और सभी लापता बच्चों का सर्वेक्षण करेंगी।

उन्होंने बताया कि इन मुक्त कराए गए बच्चों को अच्छे छात्रावासों में रखने और उनकी शिक्षा और शैक्षणिक गतिविधियों पर ध्यान देने के लिए बाल कल्याण समिति के परामर्श से कदम उठाने के लिए समाज कल्याण विभाग को निर्देश दिया गया है। अपने माता-पिता के साथ रहने वालों को भी उनकी शिक्षा के लिए सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चों के पुराने अनुभवों को भुलाकर उन्हें समग्र विकास के लिए प्रेरित करना मुख्य उद्देश्य होगा।

इस अवसर पर बीटीआर के सीईएम प्रमोद बोरो, विधायक लॉरेंस इस्लारी, ईएम रियो रेवा नार्जारी, गौतम दास, रनेंद्र नार्जारी और वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कोकराझार स्थित केंद्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के सभागार में बीटीआर के प्रमुख शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों, विद्वानों और प्रतिष्ठित नागरिकों के साथ बातचीत की। बैठक में बीटीआर के लिए शैक्षिक विकास रोडमैप, क्षेत्र के सभी सामाजिक-आर्थिक मानकों में समग्र और सतत विकास की उपलब्धि के संबंध में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।

प्रतिभागियों की अपील का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि बोडोलैंड विश्वविद्यालय के उदालगुरी परिसर को अगले शैक्षणिक वर्ष से चालू कर दिया जाएगा और आवश्यक संकाय सदस्यों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि बीटीआर में कॉलेजों में रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे।

चर्चा के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि सीआईटी कोकराझार और आईआईटी गुवाहाटी के बीच विभिन्न पहलुओं पर गठजोड़ किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि वन ग्रामों को समाज कल्याण विभाग के आईसीडीएस योजना में शामिल करने वाले बुद्धिजीवियों से आग्रह किया कि वे अपने बहुमूल्य सुझाव देते रहें ताकि बीटीआर के विकास में तेजी आएगी।

सीईएम बीटीआर प्रमोद बोडो और कई ईएम भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ किशोर /अरविंद