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निर्मली,29 जुलाई (हि. स.)। कोसी तटबंध टूटने के बाद तिलयुगा नदी में हुए जलवृद्धि से नगर के वार्ड 12 स्थित तिलयुगा नदी पर बने लोहा पुल बीच से एक फिट नीचे धंस गया। इतना ही नही पुल बीचो-बीच धंस जाने से किसी बड़ी घटना को आमंत्रण दे रहा है।
स्थानीय लोगो का कहना है कि 2017 में आए बाढ़ में ही पुल बीच से धंस गया था। लेकिन आज चार वर्ष बीत जाने के बाद इस पुल का ना तो कभी मरम्मत कराया गया और ना ही इसपर बड़ी वाहन के आवाजाही पर रोक लगाया गया।
गुरुवार की सुबह में नदी के जलस्तर बढ़ने से अचानक लोहा पुल एक फीट और नीचे धंस गया। जिस कारण पुल से सफर कर रहे लोग बाल-बाल बच गए।
लोगों ने पुल निर्माण में अनियमितता बरते जाने का आरोप लगाया है। लोगो ने बताया कि पुल बनते समय घटिया सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया था। जिस कारण पुल निर्माण के कुछ ही साल बीतने के बाद ही जर्जर हो गई थी। पुल से होकर प्रतिदिन हजारों लोग सहित बड़ी एवं छोटी वाहन आवाजाही करते हैं। लेकिन कोसी तटबंध टूटने के बाद नदी के जल स्तर में वृद्धि होने से पुल की जर्जरता और अधिक बढ़ती नजर आ रही है। पानी की तेज धारा में पुल कंपन करता है। बावजूद इसके लोग दिन भर पुल पर आवाजाही कर रहे है। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी के कारण कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
•प्रशासनिक अधिकारी की अनदेखी के कारण होती है दुर्घटना :
स्थानीय लोगों का कहना है कि विभाग की अनदेखी के कारण कोशी तटबंध टूट गया। नगर के वार्ड 12 स्थित तिलयूगा नदी पर बने लोहा पुल की भी स्थिति यही है। विभागीय अधिकारी की लापरवाही यहां भी दिख रही है। शिकायत के बावजूद ना तो इस पर बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक लग रहा है और ना ही पूल की मरम्मत की जा रही है। जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
सीओ मुकेश कुमार का कहना है कि तत्काल पुल से बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है। क्षतिग्रस्त पुल के दोनों तरफ गार्ड भी बहाल कर दी गई है। लेकिन लोगों की माने तो यहां कोई गार्ड की तैनाती नहीं की गई है धड़ल्ले से बड़े वाहनो का परिचालन हो रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार /सुनील