उप्र टैनीकोइट एसोसिएशन के अध्यक्ष बने राज्यमंत्री जय कुमार सिंह, डाॅ रफत बने महासचिव
-हालत सामान्य होते ही उत्तर प्रदेश में सेमिनार और चैंपियनशिप कराने की है योजना लखनऊ, 28 जुलाई (हि.स.
-हालत सामान्य होते ही उत्तर प्रदेश में सेमिनार और चैंपियनशिप कराने की है योजना लखनऊ, 28 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश टैनीकोइट (रिंग टेेनिस) एसोसिएशन के कार्यकारिणी का चुनाव बुधवार को सम्पन्न हुआ। जिसमें सर्वसम्मति से जय कुमार सिंह जैकी (कारागार राज्य मंत्री, प्रदेश सरकार) को अध्यक्ष चुना गया। महासचिव पद पर डाॅ सैयद रफत जुबैर रिजवी का चुनाव हुआ। इनके अलावा उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार ओझा, निगहत खान, आलोक द्विवेदी, मनीष कक्कड़, विकास शुक्ला बनाये गये। वहीं संयुक्त सचिव पद पर रविकांत मिश्रा, दीपक राठी, आनंद पाण्डेय, सुमित कुमार सिंह, अंजनी सिंह, रोशन अग्रवाल का चुनाव हुआ। कोषाध्यक्ष आदित्य कुमार श्रीवास्तव व मीडिया प्रभारी आदित्य कुमार श्रीवास्तव बनाये गये। नवगठित उत्तर प्रदेश टैनीकोइट एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि जल्द ही उत्तर प्रदेश में इस गेम का सेमिनार कराया जाएगा। इस बारे में जानकारी देते हुए उप्र टैनीकोइट एसोसिएशन के अध्यक्ष जय कुमार सिंह जैकी और महासचिव सैयद रफत जुबैर रिजवी ने बताया कि आयोजन के लिए हालत सामान्य होते ही यूपी में टेनीकॉट की राज्य चैम्पियनशिप भी कराएंगे, जिससे इस खेल से यूपी के खिलाड़ी व खेल प्रेमी परिचित हो सके। इस दौरान उप्र ओलम्पिक एसोसिएशन के महासचिव डाॅ आनंदेश्वर पाण्डेय ने उप्र टैनीकोइट एसोसिएशन के पदाधिकारियों को मान्यता प्रमाण पत्र भी प्रदान किया। अध्यक्ष जय कुमार सिंह जैकी ने बताया कि अभी कोरोना प्रोटोकाल के चलते जिन नियमों के चलते आयोजन की अनुमति होगी, उसके अंर्तगत टेक्नीकल सेमिनार और स्टेट चैम्पियनशिप की तारीखों की निकट भविष्य में घोषणा की जाएगी। इस मौके पर मौजूद टैनीकोइट फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव तेजराज सिंह ने बताया कि अभी हमारी 28 राज्यों में इकाई है। इस खेल की राष्ट्रीय फेडरेशन 1960 में बनी थी और 1979 में इसे केंद्रीय खेल मंत्रालय भारत सरकार से मान्यता मिली थी। उन्होेंने कहा कि इस खेल को वह पहचान नहीं मिल सकी, जिसका वह हकदार था। इसलिए फेडरेशन के पुनर्गठन के साथ ही राज्यों में भी इकाईयों का पुनर्गठन किया जा रहा है, जिससे इस खेल को गति मिल सके। हमारी नेशनल फेडरेशन को 2002 में भारतीय ओलम्पिक संघ और स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने 2006 में मान्यता दी थी। उन्होंने बताया कि इस खेल की शुरूआत नाविकों द्वारा की गई थी। जब वे बड़े-बड़े जहाजों में लकड़ी के गोले, टायर व ट्यूब आदि फेंक कर खेलते थे। वहीं भारत में टैनीकोइट को रिंग टेनिस या रिंग बॉल के नाम से जाना जाता है। उत्तर प्रदेश ओलम्पिक एसोसिएशन के महासचिव डाॅ आनन्देश्वर पाण्डेय ने कहा कि प्रदेश में टैनीकोइट का तेजी से प्रचार हो रहा है और उन्होंने उप्र टैनीकोइट एसोसिएशन के पदाधिकारियों व खिलाड़ियों को भविष्य के लिए शुभकामना दी। हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र