अपडेट....माकन की रायशुमारी: बारह जिलों के 66 विधायकों ने की मन की बात, उठाए मंत्रियों की कार्यशैली पर सवाल
जयपुर, 28 जुलाई (हि.स.)। मंत्रिमंडल में फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों से पहले कांग्रेस के प्रदेश प्
अजय माकन रायशुमारी


जयपुर, 28 जुलाई (हि.स.)। मंत्रिमंडल में फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों से पहले कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने बुधवार को पार्टी और समर्थक विधायकों का मन टटोला। माकन ने विधानसभा में 12 जिलों के 66 विधायकों से जिलेवार वन-टू-वन फीडबैक लिया। विधायकों ने मंत्रियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए। फीडबैक लेने के बाद माकन रात में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात करने सीएमआर चले गए। सुबह 11 बजे शुरू हुआ अजय माकन का विधायकों से फीडबैक कार्यक्रम रात 9 बजे तक जारी रहा। फीडबैक का सबसे मुख्य एजेंडा 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत कैसे मिले इसे लेकर रही। इस सवाल को लेकर ज्यादातर विधायकों खासतौर पर पूर्वी राजस्थान के विधायकों ने एक स्वर में अजय माकन के सामने एक ही बात रखी कि अगर 2023 में चुनाव जीतना है और पार्टी को मजबूत रखना है, तो गहलोत और सचिन पायलट दोनों को साथ रखते हुए साधना होगा। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर हुई विधायकों की रायशुमारी में माकन ने खुद विधायकों से सवाल पूछे और इन सवालों के जो जवाब विधायकों ने दिए वह सभी जवाब माकन ने अपने लैपटॉप में लिख लिए। 12 जिलों के 66 विधायकों में से एकमात्र भरत सिंह ऐसे विधायक रहे, जिन्होंने लिखित में भी अपनी बात अजय माकन के समक्ष रखी और जिस तरीके से भरत सिंह लगातार कांग्रेस सरकार में खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया पर मुख्यमंत्री को लिखे पत्रों के जरिए सवाल उठाते रहे हैं, कहा यही जा रहा है कि भरत सिंह ने अपनी पुरानी शिकायतों को दोहराया होगा। विधायकों ने स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, जलदाय मंत्री बीडी कल्ला, उद्योग मंत्री परसादीलाल मीणा, परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की कार्यशैली पर सवाल उठाए। रघु शर्मा, डोटासरा और धारीवाल के व्यवहार को लेकर भी कई विधायकों ने शिकायत की। धारीवाल के बारे में विधायकों ने कहा कि उनसे कई दिक्कतें हैं, जयपुर के प्रभारी मंत्री होने के बावजूद वे बैठक तक नहीं लेते। ढाई साल में कोई बैठक तक नहीं ली। विधायकों ने जलदाय मंत्री बीडी कल्ला के खिलाफ विभाग के प्रोजेक्ट्स में गड़बड़ियों और विधायकों के काम नहीं करने की शिकायत की। बताया जाता है कि वेदप्रकाश सोलंकी ने बीडी कल्ला पर जल जीवन मिशन के टेंडर देने में भाई भतीजावाद करने का आरोप लगाया। रघु शर्मा के खिलाफ कई विधायकों ने ट्रांसफर पोस्टिंग में मनमानी करने की शिकायत की। वहीं, विधायक गंगा देवी ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के खिलाफ पार्टी विधायकों से खराब व्यवहार करने के आरोप लगाए। कई विधायकों ने सचिन पायलट और अशोक गहलोत गुट के बीच चल रही खींचतान को मिटाने की सलाह दी। फिर से सरकार बनाने के सवाल पर कई विधायकों ने माकन से कहा कि पार्टी की आपसी फूट से भारी नुकसान हो रहा है। गहलोत-पायलट गुट में बंटे रहने से पार्टी का एक तरह से ग्रासरूट लेवल तक वर्टिकल डिविजन के हालात हो रखे हैं, इसे खत्म करना जरूरी है। जयपुर से फीडबैक के बाद माकन से मिलकर लौटे परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया कि सरकार की योजनाओं का फीडबैक लिया गया है। कांग्रेस और राजस्थान को कैसे मजबूत किया जा सकता है, इस पर भी फीडबैक लिया गया है। 2023 के विधानसभा चुनाव में कैसे पार्टी राजस्थान में दोबारा सरकार बनाएं, इस पर भी माकन को हमने फीडबैक दिया है। जयपुर के प्रभारी मंत्री शांति धारीवाल के खिलाफ जयपुर के कई कांग्रेस विधायकों ने माकन से शिकायत की। विधायकों ने कहा कि पिछले ढाई साल में प्रभारी मंत्री के नाते धारीवाल ने जयपुर में एक बैठक तक नहीं की। इससे कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं। दूसरी ओर, पायलट समर्थक विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने बताया कि जीते हुए विधायकों से तो राय ली जा रही है, वे नेता भी महत्वपूर्ण हैं, जो विधानसभा क्षेत्र में चुनाव हार गए थे। वह भी कांग्रेस के महत्वपूर्ण अंग हैं। पूरे राजस्थान का फीडबैक तभी आएगा, जब सभी नेताओं से राय ली जाएगी। जिन 80 से ज्यादा सीटों पर कांग्रेस हार गई, उनका फीडबैक कौन देगा। इसलिए सभी 200 सीटों का फीडबैक लेने के लिए हारे हुए उम्मीदवारों से राय लेने की जरूरत है। पायलट रायशुमारी में शामिल नहीं हुए। पायलट ने मंगलवार को दिल्ली में माकन के साथ लंबी मुलाकात कर अपने मुद्दे रख दिए थे। पायलट ने साल भर पहले तय हुए मुद्दों के जल्द समाधान की मांग के साथ सत्ता और संगठन में पहले वाली भागीदारी मांगी है। बुधवार को माकन ने पहले दिन 12 जिलों जयपुर, झुंझुनूं, सीकर, अलवर, दौसा, बूंदी, कोटा, बारां, भरतपुर, धौलपुर, करौली और सवाईमाधोपुर जिलों के विधायकों से वन टू वन बात की। गुरुवार को 20 जिलों के विधायकों से रायशुमारी गुरुवार को माकन 20 जिलों के विधायकों से मिलेंगे। 29 को सुबह 10 बजे अजमेर के विधायकों से शुरुआत होगी। अजमेर के बाद नागौर, भीलवाड़ा, टोंक, उदयपुर, राजसमंद, प्रतापगढ़, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा के विधायकों से मिलेंगे। लंच ब्रेक के बाद बीकानेर जिले से शुरुआत होगी। इसके बाद चूरू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बाड़मेर, जोधपुर, जैसलमेर, जालोर, पाली और सिरोही के विधायकों से वन-टू-वन मुलाकात होगी। माकन ने रायशुमारी के लिए सरकार को समर्थन दे रहे 13 निर्दलीय विधायकों को भी बुलाया है। राष्ट्रीय लोकदल के विधायक तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग भी रायशुमारी में शामिल हुए। माकन ने सुबह रायशुमारी से पहले विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी के बंगले पर जाकर उनसे मुलाकात की। सीपी जोशी के बड़े भाई ओमप्रकाश जोशी का हाल ही निधन हुआ है। माकन ने उनके आवास पर जाकर संवेदना जताई। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप