पुष्पवर्षा के बीच अंतिम सफर पर निकला शहीद
नागौर, 26 जुलाई (हि.स.)। सिक्किम में ऊंची बर्फीली चोटी पर देश के दुश्मनों के खिलाफ तैनात होकर अपनी ज
नागौर, 26 जुलाई (हि.स.)। सिक्किम में ऊंची बर्फीली चोटी पर देश के दुश्मनों के खिलाफ तैनात होकर अपनी जान कुर्बान करने वाले कुचामन क्षेत्र के दलेलपुरा गांव के सिपाही मनोहर सिंह राठौड़ को क्षेत्र के लोगों ने सोमवार को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। तिरंगे में लिपट कर घर पहुंचे अपने लाडले को अंतिम विदाई देने हजारों लोग दलेलपुरा में उमड़ पड़े। देशभक्ति के जयकारों के बीच शहीद मनोहर सिंह के बेटे अभिमन्यु ने मुखाग्नि दी। इस दौरान हर तरफ लोग हाथों में तिरंगा थामे रहे। दलेलपुरा के निवासी जवान हवलदार मनोहर सिंह राठौड़ 23 जुलाई की शाम को सिक्किम में देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए थे। 36 वर्षीय मनोहर सिंह सिक्किम में ऊंची बर्फीली चोटी पर तैनात थे, जहां उनका ऑक्सीजन लेवल कम हो गया था। उन्हें सेना के अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्हें बचाया नहीं जा सका। इससे पूर्व जयपुर से शहीद की पार्थिव देह को दलेलपुरा ले जाने के दौरान हर गांव के बाहर एकत्र बड़ी संख्या में लोगों ने नम आंखों से जाबांज को विदाई दी। हर जगह जोश से लबरेज लोगों ने हिन्दुस्तान और शहीद सैनिक के लिए नारेबाजी करते हुए शहीद की पार्थिव देह पर पुष्पवर्षा की। शहीद मनोहर सिंह की पार्थिव देह के दलेलपुरा पहुंचने से पहले ही वहां बड़ी संख्या में लोग पहुंच चुके थे। करीब 2 हजार लोगों की उपस्थिति में सेना का वाहन जवान की पार्थिव देह लेकर मनोहर सिंह के घर पहुंचा। घर पर पार्थिव देह के परिजनों ने अंतिम दर्शन किए। शहीद की पत्नी और बच्चों के पार्थिव देह के पास पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। अपने पति को अंतिम बार निहारती पत्नी को देख वहां मौजूद लोग अपने आंसू नहीं रोक पाए। कुछ रीति रिवाज के बाद शहीद अपनी अंतिम यात्रा पर निकला। घर से 2 किलोमीटर की दूरी पर श्मशान स्थल पर ले जाया गया। शहीद के सम्मान में गांव के बाजार पूरी तरह से बंद रहे। शहीद मनोहर सिंह तीन भाइयों में से मंझले भाई थे। उनके एक बड़ा भाई मुकेश सिंह व छोटा भाई धर्मेंद्र सिंह है। शहीद के एक पुत्री व एक पुत्र है। शहीद के पिता स्व. गंभीर सिंह राठौड़ ने भी सेना में रहते हुए देश सेवा की थी। शहीद मनोहर सिंह की अंतिम विदाई के दौरान उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी दलेलपुरा पहुंचे और उन्हें शृद्धा सुमन अर्पित किए। उन्होंने शहीद परिवार को हरसम्भव सहायता का भरोसा देते हुए कहा कि शहीद मनोहर सिंह ने पूरे क्षेत्र का नाम गर्व से ऊंचा किया है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप