सियाचिन के निकट पाकिस्तानी सेना का उड्डयन हेलीकॉप्टर क्रैश, दोनों पायलटों की मौत
- पाकिस्तानी सेना के जवानों में घटनास्थल पर खोज एवं बचाव अभियान शुरू किया - जीबी के मुख्यमंत्री खालि
सियाचिन में पाकिस्तानी सेना का उड्डयन हेलीकॉप्टर क्रैश, दोनों पायलट मारे गए


- पाकिस्तानी सेना के जवानों में घटनास्थल पर खोज एवं बचाव अभियान शुरू किया

- जीबी के मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद खान ने एक बयान जारी कर घटना पर दुख जताया

नई दिल्ली/इस्लामाबाद, 06 दिसम्बर (हि.स.)। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में गिलगित-बाल्टिस्तान (जीबी) के घांचे जिले में सियाचिन के निकट पाकिस्तानी सेना का एक विमानन हेलीकॉप्टर सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में दोनों पायलटों की मौत हो गई है। पाकिस्तानी सेना के जवान घटनास्थल पर पहुंच गए हैं, जहां फिलहाल खोज एवं बचाव अभियान शुरू कर दिया है। हादसे के कारणों का तत्काल पता नहीं चल पाया है। यह क्षेत्र दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्रों में से एक है।

इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के बयान में कहा है कि पाकिस्तान सेना का एक विमानन हेलीकॉप्टर गिलगित-बाल्टिस्तान (जीबी) के घांचे जिले में सियाचिन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें दोनों पायलटों मेजर इरफान बेरचा और मेजर राजा जीशान जहांजेब की मौत हुई है। खोज और बचाव हेलीकॉप्टर और सेना के जवान घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। पिछले साल दिसंबर के अंत में इसी तरह की एक घटना में सुरक्षा निकासी करते समय एक तकनीकी खराबी के कारण पाकिस्तानी सेना का विमानन हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उस समय इस घटना में सेना के चार जवान शहीद हो गए थे।

जीबी के मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद खान ने एक बयान जारी कर घटना पर दुख व्यक्त किया और शहीद पायलटों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। यह क्षेत्र दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्रों में से एक है, जिसमें पाकिस्तान और भारत 1980 के दशक से सैनिकों की तैनाती कर रहे हैं। काराकोरम पर्वतमाला में 76.4 किलोमीटर तक फैला यह इलाका पाकिस्तान और चीन के साथ सीमा साझा करता है। अपने चरम मौसम की स्थिति और इलाके के कारण, सियाचिन ग्लेशियर को सबसे चुनौतीपूर्ण युद्धक्षेत्र माना जाता है, जहां तापमान और हिमस्खलन अस्तित्व के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत/दधिबल