उत्तर-प्रदेश: शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने इस्लाम छोड़ा, अपनाया सनातन धर्म
उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने सोमवार को इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया। डासना देवी मंदिर के महंत तथा जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि महाराज ने उन्हें सनातन धर्म स्वीकार कराया और इससे संबंधित जरूरी औपचारिकताएं पूरी करायी।

photo_1  H x W:
 
-धर्म बदलकर वसीम से हुए हरबीर सिंह त्यागी
-अब सिर्फ हिन्दुत्व के लिए काम करेंगे: रिज़वी
 
गाजियाबाद, 06 दिसम्बर(हि.स.)। उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने सोमवार को इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया। डासना देवी मंदिर के महंत तथा जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि महाराज ने उन्हें सनातन धर्म स्वीकार कराया और इससे संबंधित जरूरी औपचारिकताएं पूरी करायी।

वसीम रिजवी ने अब अपना नया नाम हरबीर नारायण सिंह त्यागी रखा लिया है। धर्म परिवर्तन की तमाम औपचारिकतायें पूर्ण करने के बाद रिजवी ने कहा कि आज से वह सिर्फ हिंदुत्व के लिए काम करेंगे।

वसीम रिजवी से हरबीर नारायण बनने पर उन्होंने कहा, 'धर्म परिवर्तन कोई बात नहीं है। जब मुझे इस्लाम से निकाल दिया गया, तब यह मेरी मर्जी है कि मैं किस धर्म को स्वीकार करूं। सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है और इसमें अच्छाइयां पाई जाती हैं। इस धर्म में इंसानियत पाई जाती है।

उन्होंने कहा कि इस्लाम के बारे में इतना पढ़ लेने के बाद हम यह समझते हैं कि इस्लाम कोई धर्म नहीं है। जब हमको निकाल दिया गया, हर जुम्मे के बाद हमारा सर काटने के लिए कहा जाता है इसलिए हम यह धर्म छोड़कर सनातन धर्म स्वीकार कर रहे हैं।

इस अवसर पर यति नरसिंहानंद ने कहा कि वसीम मानवतावादी और दिलेर व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुओं को चाहिए तन, मन और धन से वसीम रिजवी का साथ दें। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को मानने वाले लोग वसीम रिज़वी का स्वागत करेंगे।
 
हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली