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जयपुर, 6 दिसंबर (हि.स.)। विकलांग जन क्रांति सेना का धरना विशेष योग्यजन कार्यालय के सामने 48 दिनों से लगातार चल रहा हैं। लेकिन आज तक वर्तमान सरकार के द्वारा अथवा सरकार के जन प्रतिनिधि के द्वारा विकलांग जन क्रांति सेना के धरना स्थल पर वार्ता के लिए लिए नहीं पहुंचे है। यह वर्तमान सरकार के लिए बड़े शर्म की बात हैं। क्योंकि इन विकलांग लोगों की सेवा करना,ईश्वर की सच्ची सेवा करना होता हैं। लेकिन सरकार के जूं तक नहीं रेंग रही हैं। इससे बढ़कर सरकार के लिए क्या दुर्भाग्य हो सकता हैं। क्योंकि वर्तमान समय में कोरोना काल का कहर, भयंकर ठण्ड का होना तथा डेंगू का प्रकोप होना।इन सब को विकलांग लोग सहन करते हुए भी धरना स्थल पर अपनी मांगों को मनवाने के लिए डटे हुए हैं। अपनी मांगों को मनवाने के लिए राजस्थान के कोने-कोने से आकर एकत्रित हो रहे हैं। राजस्थान के विकलांगों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा हैं।
विकलांगों की मांगों के सम्बन्ध में राजस्थान प्रमुख सत्येन्द्र सिंह राठौड़ का कहना हैं कि सरकार समय रहते हुए हमारी मांगों को पूरा करें,अन्यथा मजबूर होकर गलत कदम उठाने पर सरकार एवं विशेष योग्य जन के अधिकारी तथा पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। राजस्थान के हनुमानगढ़ से कानाराम जिनागल,कोटा से रमेश सैन, गंगानगर से करणीराम नायक, भरतपुर से भाई निर्भय खटाना खदराया, सीकर के नीमकाथाना से विजेन्द्र सिंह तवंर, टोंक से शिम्भदयाल वर्मा, पाली से इंसाफ,अलवर से देवेन्द्र यादव एव अन्य सैकड़ों साथी धरना स्थल पर डटे हुए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/ ईश्वर