राहुल गांधी ने वाराणसी में कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव के लिए दिया लक्ष्य
देर रात शहर में आये पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत वाराणसी, 06 दिसम्बर (हि.स
Congress workers welcomed Rahul Gandhi


Congress workers welcomed Rahul Gandhi


देर रात शहर में आये पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत

वाराणसी, 06 दिसम्बर (हि.स.)। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी शहर में रात्रि प्रवास के बाद सोमवार को बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अन्तर राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद दिल्ली रवाना हो गये।

प्रयागराज से देर रात शहर में आये राहुल गांधी रात्रि विश्राम के लिए नदेसर स्थित एक तारांकित होटल में पहुंचे। वहां पहले से मौजूद महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे और अन्य नेताओं ने अपने नेता का गर्मजोशी से स्वागत किया। सर्द रात में भी स्वागत के लिए आये कार्यकर्ताओं का उत्साह देख राहुल गांधी खुश दिखे।

उन्होंने कहा कि आप लोगों को सोमवार सुबह एयरपोर्ट बुलाया गया था। युवा कार्यकर्ताओं ने कहा कि आपके आने की खबर सुनकर वह अपने को रोक नहीं पाये। कार्यकर्ताओं का उत्साह देख राहुल गांधी ने उनका हौसला बढ़ाया और सेल्फी भी खिंचवाई। इसके बाद रात्रि विश्राम के लिए अपने निर्धारित कमरे में चले गए। इसके बाद अलसुबह एयरपोर्ट पहुंचने से पहले भी कार्यकर्ताओं से मिले।

महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने बताया कि राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं का जमकर उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में डटे रहिए। गांधीवादी विचारधारा की लड़ाई अन्तिम दौर में है और हमलोगों की विजय होने जा रही है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने का लक्ष्य भी दिया। महानगर अध्यक्ष ने बताया कि कार्यकर्ता राहुल गांधी से मिलने के बाद बेहद उत्साहित है। लक्ष्य को पाने के लिए कार्यकर्ता रात दिन काम करेंगे।

गौरतलब है कि, राहुल गांधी प्रयागराज शहर में कमला नेहरू स्मारक ट्रस्ट की चीफ एक्जीक्यूटिव आफिसर (सीईओ) डा. मधु चंद्रा के बेटे के प्रीतिभोज में शामिल होने के बाद देर रात वाराणसी पहुंचे थे। सोमवार को संसद की बैठक में शामिल होने के लिए अलसुबह ही विमान से दिल्ली रवाना हो गये। पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रयागराज से सुबह कोई सीधी उड़ान न होने के कारण राहुल गांधी सड़क मार्ग से बनारस आये थे।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर