बर्थडे स्पेशल 1 दिसंबर: आज तक बरकरार है उदित नारायण की मधुर आवाज का जलवा
रोमांटिक गानों के लिए मशहूर बॉलीवुड के मशहूर गायक उदित नारायण का जन्म 01 दिसम्बर 1955 को नेपाली परि
उदित ने अपना सिंगिंग करियर रेडियो नेपाल में मैथिली और नेपाली लोकगीतों से शुरू किया।इस दौरान उन्हें नेपाली फिल्म 'सिंदूर' में गाना गाने का मौका मिला। वह 1978 में नेपाल से भारत आ गए और बॉलीवुड का रुख किया


रोमांटिक गानों के लिए मशहूर बॉलीवुड के मशहूर गायक उदित नारायण का जन्म 01 दिसम्बर 1955 को नेपाली परिवार में हुआ। उदित नारायण का ननिहाल बिहार में है। उन्हें बिहार से गहरा लगाव है। उदित को बचपन से गाने का शौक था। प्राथमिक शिक्षा के दौरान उदित नारायण ने संगीत की शिक्षा ली। उदित ने अपना सिंगिंग करियर रेडियो नेपाल में मैथिली और नेपाली लोकगीतों से शुरू किया। इस दौरान उन्हें नेपाली फिल्म 'सिंदूर' में गाना गाने का मौका मिला। वह 1978 में नेपाल से भारत आ गए और बॉलीवुड का रुख किया। इसके बाद उदित को साल 1980 में आई फिल्म 'उन्नीस-बीस ' में मोहम्मद रफी के साथ 'मिल गया मिल गया' गाना गाने का मौका मिला, लेकिन यह फिल्म उन्हें पहचान नहीं दिला पाई। 1989 में उदित को आमिर खान की डेब्यू फिल्म 'कयामत से कयामत तक' में 'पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा...'गाना गाने का मौका मिला। यह फिल्म तो हिट रही ही, साथ ही उदित का गाया गीत भी लोगों की जुबान पर चढ़ गया। इस गाने ने उदित को रातों-रात स्टार बना दिया। इसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

इसके बाद उदित ने कई फिल्मों में हिट गाने गाये। उन्होंने अब तक 36 भाषाओं में तकरीबन 25 हजार से भी ज्यादा गानों को अपनी आवाज दी है। हमेशा मुस्कुराते रहने वाले उदित नारायण बॉलीवुड में रोमांटिक गानों के लिए मशहूर हैं। उनके गानों में आये हो मेरी जिंदगी में, राजा को रानी से प्यार, तू मेरे सामने आदि शामिल हैं।बहुमुखी प्रतिभा के धनी उदित नारायण नेपाली फिल्मों में अभिनय भी कर चुके हैं। इनमें 'कुसुमे रूमाल' और 'पिराती' फिल्म प्रमुख हैं। उन्होंने भोजपुरी सुपरहिट हिट फिल्म 'कब होइ गवनवां हमार' का निर्माण किया है। उदित ने 1984 में रंजना झा से गुपचुप तरीके से शादी की और जल्द ही अलग भी हो गए।1986 में उदित ने दीपा नारायण झा से शादी की। उदित और दीपा का एक बेटा आदित्य नारायण है। उदित को तीन बार बेस्ट सिंगर का नेशनल अवॉर्ड मिल चुका है। इनमें फिल्म "लगान" का गीत मितवा.. दूसरी बार फिल्म "जिंदगी खूबसूरत है" के गाने छोटे-छोटे सपने और तीसरी बार फिल्म "स्वदेश" के गाने यह तारा वह तारा.. शामिल हैं। इसके अलावा उन्हें पांच बार सर्वश्रेष्ठ पार्श्वगायक का फिल्मफेयर अवॉर्ड भी दिया गया। उन्हें यह अवॉर्ड फिल्म कयामत से कयामत तक, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, राजा हिंदुस्तानी, हम दिल दे चुके सनम और लगान जैसी सुपरहिट फिल्म के लिए मिले।साल 2009 में उदित नारायण को संगीत की दुनिया में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/सुरभि सिन्हा/कुसुम