स्वीडन की पहली महिला प्रधानमंत्री बनने के 12 घंटे बाद ही चली गई कुर्सी
स्वीडन में एक वोट से सरकार बनाने वाली पहली महिला प्रधानमंत्री मेगडालेना एंडरसन को पद संभालने के 12 घंटे के अंदर इस्तीफा देना पड़ा। मेगडालेना एंडरसन की सरकार को संसद में बजट प्रस्ताव पर हार का सामना करना पड़ा।

 
स्वीडन की पहली महिला प्रध

 कोपेनहेगन, 25 नवंबर (हि.स.)। स्वीडन में एक वोट से सरकार बनाने वाली पहली महिला प्रधानमंत्री मेगडालेना एंडरसन को पद संभालने के 12 घंटे के अंदर इस्तीफा देना पड़ा। मेगडालेना एंडरसन की सरकार को संसद में बजट प्रस्ताव पर हार का सामना करना पड़ा। यह हार तब हुई जब सहयोगी दो दलों में से एक दल ने अपना समर्थन वापस ले लिया।

मेंगडालेन को स्टीफन लोफवेन की जगह प्रधानमंत्री बनाया गया था। दरअसल लोफवेन ने इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। जोफवेन फिलहाल कार्यवाहक प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। एंडरसन इससे पहले वित्त मंत्री थीं।

एंडरसन ने कहा कि प्रधानमंत्री बनना उनके लिए सम्मान की बात है। परंतु, वह ऐसी सरकार का नेतृत्व भी नहीं करना चाहती हैं जहां उसकी वैधता को लेकर सवाल उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए अगर उसका एक दल सरकार से अलग होता है। इस तथ्य के बावजूद कि संसद की स्थिति में बदलाव नहीं हुआ है और इसे फिर से आजमाने की जरूरत है।

इससे पहले स्वीडन की संसद ने बुधवार को एंडरसन के रूप में देश की पहली महिला प्रधानमंत्री का चुनाव किया था। स्वीडन की 349 सदस्यीय संसद में 117 सदस्यों ने एंडरसन के पक्ष में और 174 ने विरोध में मतदान किया था। स्वीडन के संविधान के अनुसार, यदि 175 सांसद किसी उम्मीदवार के खिलाफ नहीं हैं तो उसे प्रधानमंत्री नियुक्त किया जा सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अजीत तिवारी